नई दिल्ली
भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर सीजफायर लागू होने के बाद शनिवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक उच्चस्तरीय बैठक की। इस बैठक में तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ-साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल भी शामिल हुए। बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर भी मौजूद रहे।
सीज फायर की पुष्टि, सिंधु जल संधि स्थगित रहेगी
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने सीजफायर की पुष्टि करते हुए बताया कि शनिवार दोपहर 3:35 बजे पाकिस्तान के DGMO ने भारतीय DGMO को फोन किया। दोनों पक्षों की सहमति के बाद शाम 5 बजे से सीजफायर प्रभावी हो गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस समझौते में कोई पूर्व या पश्चात शर्तें नहीं हैं। सिंधु जल संधि सहित अन्य द्विपक्षीय उपाय भी स्थगित रहेंगे। भारत की आतंकवाद को लेकर नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
12 मई को DGMO स्तर की बातचीत प्रस्तावित
विदेश सचिव ने कहा कि जमीन, हवा और समुद्र—तीनों मोर्चों पर सभी तरह की सैन्य कार्रवाई और गोलीबारी पर विराम लगा दिया गया है। आगे की बातचीत के लिए 12 मई को दोनों देशों के बीच DGMO स्तर की वार्ता प्रस्तावित है। हालांकि, किसी अन्य मुद्दे पर बातचीत को लेकर फिलहाल कोई फैसला नहीं हुआ है। गौरतलब है कि सीजफायर से पहले भारत ने स्पष्ट कर दिया था कि भविष्य में होने वाली किसी भी आतंकी कार्रवाई को युद्ध के रूप में देखा जाएगा और उसका जवाब उसी स्तर पर दिया जाएगा।