डेस्क:
पूर्वोत्तर राज्य असम भीषण बाढ़ की चपेट में है। बीते 2 महीने से असम के कई जिलों में बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारी बारिश की वजह से काहिलीपारा, जटिया और हटिगांव सहित गुवाहाटी के कई इलाकों में भीषण जलजमाव हो गया है। यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। लोग घरों में फंसे हैं। विद्युत संकट भी उत्पन्न हो गया है। मौसम विभाग ने आगे भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
लोगों को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा
असम में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। असम के दक्षिण सलमारा मनकाचर जिले में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गये हैं। जिले के कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं और पूरी तरह डूब गए हैं। इन गांवों में रहने वाले सैकड़ों परिवार प्रभावित हुए हैं और उनको पलायन के लिए विवश होना पड़ा है। खेत डूब गए हैं। लोगों को अपना मवेशी खोना पड़ा है।
बाढ़ और भूस्खलन से गई 14 लोगों की जान
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य में बाढ़ और भूस्खलन की वजह से अब तक कम से कम 14 लोगों की जान चली गई है। राज्य के 29 जिलों के 7 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। असम के नगांव में 3 लाख 36 हजार, कछार में 1 लाख 66 हजार, होजई में 1 लाख 11 हजार, दरांग में 52 हजार 709, लोग प्रभावित है। लोगों को सड़कों पर तंबू बनाकर शरण लेने को मजबूर होना पड़ा है। लोगों की शिकायत है कि उनको पर्याप्त सरकारी मदद नहीं मिली।