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मैं पृथ्वी पर सबसे भाग्यशाली आदमी हूं, रामलला की प्रतिमा बनाने वाले अरुण योगीराज बोले

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द फॉलोअप नेशनल डेस्क:

अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को पूरा देश देख रहा है। 500 वर्षों की प्रतीक्षा खत्म हुई। रामलला की श्यामवर्ण मूर्ति अलौकिक है। 5 वर्षीय बालक के रूप में श्रीराम की प्रतिमा नयनाभिराम लगती है। इस बीच रामलला की प्रतिमा बानाने वाले मूर्तिकार अरुण योगीराज ने अयोध्या में कहा कि मैं इस समय पृथ्वी पर सबसे भाग्यशाली आदमी हूं। उन्होंने कहा कि पूर्वजों के आशीर्वाद और परिवार जनों के सहयोग से मैंने प्रतिमा बनाई। मैं जानता हूं कि रामलला हमारे साथ हैं। 

 

सबकुछ सपना जैसा लगता है
अरुण योगीराज ने कहा कि ऐसा लग रहा है मानों यह कोई काल्पनिक और स्पनिल क्षण है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष ने कहा कि अरुण योगीराज ने राष्ट्र का सपना सपना साकार किया है। उन्होंने कहा कि जब पूरा देश रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की प्रतीक्षा कर रहा था योगीराज ने कमाल का समर्पण दिखाया। उनकी बनाई प्रतिमा आध्यात्म और देवत्व की अनुपम मिसाल है। बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने इसे राम राज्य का आऱंभ बताया है। उन्होंने कहा कि यह भारत के लिए गौरवशाली दिन है। राम राज्य का आरंभ हो गया। मेरा दिल खुशी से भर गया है। पूरे देश को बधाई। 

डीआरडीओ के पूर्व चीफ डॉ. सतीश रेड्डी भी अयोध्या पधारे और राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देश के लिए बड़ा दिन बताया। 
गौरतलब है कि मंगलवार को सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधि-विधान श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की। पुरोहितों ने विधि-विधान से पूजा अर्चना करवाई। इस दौरान फिल्म, खेल, राजनीतिक, बिजनेस औऱ समाजसेवा से जुड़ी बड़ी-बड़ी शख्सियत अयोध्या में मौजूद रहीं। राम मंदिर में इस दौरान भजन गूंज रहे हैं।