डेस्क:
करीब 40 शिवसेना विधायकों के साथ बागी विधायक एकनाथ शिंदे के गुवाहाटी होने के बीच मुंबई शहर का माहौल अशांत हो गया है। कुछ शिव सैनिक एकनाथ शिंदे के साथ दिख रहे हैं तो कुछ उनका समर्थन करने वाले विधायकों का विरोध कर रहे हैं। कई जगहों पर विधायकों के कार्यालयों पर हमले भी हुए हैं। राज्य में राजनीतिक अस्थिरता को देखते हुए मुंबई पुलिस ने शहर में धारा 144 लागू करने का फैसला किया है। पुलिस ने यह फैसला कानून व्यवस्था बरक़रार रखने के लिए एहतियाती तौर पर लिया है। धारा 144 लागू होने के बाद क्षेत्र में अब 4 से अधिक लोग एक स्थान पर इक्कठा नहीं हो सकते। कानून का उल्लंघन करने वाले को गिरफ्तार किया जा सकता है। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के क़रीब 40 विधायकों के बग़ावत करने के बाद राज्य सरकार ख़तरे में आ गई है।
एकनाथ शिंदे गुट के नाम का एलान, ठाकरे गुट को आपत्ति एकनाथ शिंदे और उनके समर्थक विधायकों ने अपने गुट के लिए 'शिवसेना बालासाहेब' नाम रखने का फैसला लिया है। गुवाहाटी में एकनाथ शिंदे के साथ मौजूद विधायक डॉ. बालाजी किनिकर ने इस खबर की पुष्टि की है। इस बीच सियासी लड़ाई अब चुनाव आयोग पहुंच गई है। टीम ठाकरे ने आयोग में आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा है कि शिंदे गुट 'बाला साहब' और 'शिवसेना' का नाम इस्तेमाल नहीं कर सकता है।
एकनाथ शिंदे ने गृह मंत्री और DGP को लिखा पत्र
शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र के गृह मंत्री, डीजीपी महाराष्ट्र को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि 38 विधायकों के परिवारों की सुरक्षा को दुर्भावनापूर्ण रूप से वापस लिया गया है। जबकि शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि किसी भी विधायक की सुरक्षा वापस नहीं ली गई है, सुरक्षा विधायकों को दी जाती है। उनके परिजनों को सुरक्षा नहीं दी जा सकती।