नयी दिल्ली: केंद्र ने बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार को ‘जेड प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से महाराष्ट्र के 83 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री को सुरक्षा मुहैया कराने को कहा है।
इस कार्य के लिए सीआरपीएफ के 55 सशस्त्र जवानों की एक टीम को तैनात किया गया है। कुछ दिनों पहले केंद्रीय एजेंसी की तरफ़ से शरद पवार की सुरक्षा की समीक्षा की गई थी। शरद पवार से उनकी दिनचर्या और कामकाज के ठिकाने जैसे विषयों पर बात हुई थी, इसके बाद यह निर्णय लिया गया। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में विधानसभा के चुनाव होने हैं।
अभी तक चुनावों की घोषणा तो नहीं हुई है। लेकिन अक्टूबर-नवंबर में यहां चुनाव कराए जा सकते हैं। 4 अक्टूबर को हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के नतीजे घोषित किए जाएंगे। इसके बाद महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होंगे। देश में वीवीआईपी लोगों को केंद्र और राज्य सरकार सुरक्षा देती है. ये सुरक्षा खतरे के लेवल को देखते हुए तय किया जाता है।
सरकार वीवीआईपी की सुरक्षा का आकलन करती है और फैसला लेती है। देश में बड़े नेताओं, जज, खिलाड़ियों और अभिनेताओं जैसे वीवीआईपी को सुरक्षा प्रदान की जाती है। जेड प्लस भारत की सर्वोच्च सुरक्षा केटेगरी है। इस सुरक्षा कवर में सीआरपीएफ के दस जवान, एनसजी कमांडो और पुलिसकर्मी शामिल होते हैं. इसमें कुल 55 सुरक्षाकर्मी होते हैं।
इस कवर में शामिल कमांडो मार्शल आर्ट जैसी कला से ट्रेंड होते हैं। जेड प्लस सिक्योरिटी कवर में तैनात जवानों के पास मॉर्डन हथियार होते हैं। प्रधानमंत्री और राज्यों के सीएम जैसे वीवीआईपी को ये सुरक्षा मिली हुई है।