डेस्क:
कोरोना वैक्सीनेशन अभियान की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए अब 6 से 12 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को भी टीका लगाया जायेगा। मंगलवार को भारत के औषधि महानियंत्रण (DCGI) ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी। यही नहीं, डीसीजीआई ने 12 वर्ष से अधिक आय़ु के बच्चों के लिए जायडस कैडिला की जायकोव-डी वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी। इस वैक्सीन के 2 डोज बच्चों को लगाए जाएंगे।
सब्जेक्ट कमिटी की बैठक में लिया फैसला
गौरतलब है कि डीसीजीआई की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी की मीटिंग के बाद ये फैसला लिया गया। बता दें कि कोवैक्सीन को 2 से 12 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों पर इस्तेमाल करने को लेकर डाटा मांगा गया था। आखिरकार 6 से 12 वर्ष की आयु तक के बच्चों को टीका लगाये जाने पर सहमति बनी है। दरअसल, बीते कुछ समय से कोरोना महामारी की चौथी लहर की आशंका जाहिर की जा रही है। आशंका है कि चौथी लहर शायद बच्चों को सबसे ज्यादा प्रभावित करेगी।
12-14 वर्ष के बच्चों को कार्बोवैक्स की टीका
बता दें कि फिलहाल 12 से 14 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को कार्बोवैक्स का टीका लगाया जा रहा है। 15-18 साल की आयु वर्ग के बच्चों को 3 जनवरी 2022 से ही कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। उन बच्चों को कोवैक्सीन का टीका लगाया जा रहा है। पहले ये अभियान 16 मार्च 2022 तक ही प्रस्तावित था लेकिन अब समय सीमा बढ़ाकर इसमें 12 से 14 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को भी इसमें शामिल किया गया है। अब 6 वर्ष से अधिक आयु के सभी बच्चों को टीका लगेगा।
कोरोना महामारी की चौथी लहर की आशंका
दरअसल, बीते कुछ समय से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित कई राज्यों में कोरोना के मामलों में उछाल आया है। आशंका जाहिर की जा रही है कि ये कोरोना महामारी की चौथी लहर की चेतावनी हो सकती है, हालांकि एक्सपर्ट फिलहाल इससे इंकार कर रहे हैं। हालांकि, लोगों से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है। फिलहाल कोरोना से महामारी से बचाव का तरीका यही है कि नागरिक अपना पूर्ण टीकाकरण करवाएं। मास्क का इस्तेमाल करें। अनावश्यक भीड़ से बचें।