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महाराष्ट्र : उद्धव ठाकरे ने जनमत का अपमान किया था, हमने हिंदुत्व के लिए एकनाथ का समर्थन किया- देवेंद्र फड़णवीस

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डेस्क: 

शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने प्रेस वार्ता में इसका ऐलान किया। देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि एकनाथ शिंदे शाम साढ़े सात बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। देवेंद फड़णवीस ने कहा कि बाद में मंत्रिमंडल का विस्तार किया जायेगा। देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि हमें सत्ता का लालच नहीं है। हमने हिंदुत्व के मुद्दे पर एकनाथ शिंदे का समर्थन किया है। इस गठबंधन को 16 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी हासिल है। 

बीजेपी और शिवसेना को मिला था जनमत
देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि 2019 का विधानसभा चुनाव बीजेपी और शिवसेना मिलकर लड़ी थी। पीएम मोदी की अगुवाई में इस गठबंधन को पूर्ण बहूमत मिला लेकिन सत्ता के लालच में उद्धव ठाकरे ने उन लोगों से हाथ मिला लिया जिनको बालासाहेब ठाकरे बिलकुल नापसंद करते थे। देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने जनमत का अपमान करते हुए एनसीपी और कांग्रेस के साथ हाथ मिला लिया। देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि जनता ने महाविकास अघाड़ी को बहुमत नहीं दिया था। आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा और हिंदुत्व के साथ समझौता करके सत्ता हासिल की। 


सरकार को बाहर से समर्थन देंगे फड़णवीस
देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि मैं सरकार से बाहर रहते हुए पूरा समर्थन करूंगा। सरकार को सफल बनाने के लिए जो किया जा सकता है वो करूंगा। कहा कि बीजेपी को सत्ता का लालच नहीं है। बस महाराष्ट्र में विकास तथा हिंदुत्व की रक्षा के लिए हमने एकनाथ शिंदे का समर्थन करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि ढाई साल के कार्यकाल में उद्धव सरकार में खूब भ्रष्टाचार हुआ।

2 मंत्री मनी लाउंड्रिंग के आरोप में जेल में बंद है। ऐसा महाराष्ट्र के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ। बालासाहेब दाऊद के खिलाफ थे लेकिन अभी उसी के करीबी 2 लोगों को सरकार से कभी हटाया नहीं गया।

 

महाविकास अघाड़ी में असहज थे एकनाथ शिंदे
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि एकनाथ शिंदे कभी भी एनसीपी और कांग्रेस के साथ सहज नहीं थे। वे हमेशा महाविकास अघाड़ी गठबंधन से अलग होना चाहते थे। उन्होंने उद्धव ठाकरे को महाविकास अघाड़ी से अलग होने को भी कहा लेकिन वे नहीं माने। ऐसे में नाराज विधायकों ने अलग राह पकड़ने का फैसला किया और बीजेपी इसका समर्थन करेगी।