द फॉलोअप डेस्क
होली का त्योहार नजदीक है और लोग तैयारियां करने में जुटे हुए हैं। इस बीच, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में होली मिलन समारोह की अनुमति न मिलने का मामला गरमा गया है। गुरुवार को अखिल भारतीय करणी सेना के पदाधिकारियों ने एएमयू के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पैदल मार्च निकाला और कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट को सौंपा।
करणी सेना के पदाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि 10 मार्च को रंगभरनी एकादशी पर एएमयू में हिंदू छात्रों के साथ होली खेली जाएगी और होली मिलन समारोह होगा, चाहे इसके लिए अनुमति मिले या न मिले। उनका कहना था कि जब एएमयू में रोजा इफ्तार और ईद मिलन जैसे आयोजन हो सकते हैं, तो होली मिलन क्यों नहीं?
इस मामले पर एडीएम सिटी ने कहा कि कैंपस में किसी भी आयोजन की अनुमति एएमयू प्रशासन को देनी होती है। इस बारे में वार्ता की जा रही है और कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। वहीं, एएमयू प्रशासन का कहना है कि वर्षों से छात्र सभी हॉल में आपस में होली खेलते आए हैं, इसलिए इस पर कोई रोक नहीं है और न ही इसके लिए किसी अनुमति की आवश्यकता है।
मामला तब शुरू हुआ जब एएमयू के छात्र अखिल कौशल ने 25 फरवरी को एएमयू के प्रोफेसर को वाइस चांसलर के नाम एक पत्र सौंपा था, जिसमें 9 मार्च को एनआरएससी क्लब में होली मिलन समारोह आयोजित करने की अनुमति मांगी थी। कुलपति ने इस संबंध में प्रोफेसरों की एक मीटिंग बुलाई, लेकिन बाद में छात्रों को बताया गया कि होली मिलन समारोह की अनुमति नहीं दी जा रही है।