द फॉलोअप नेशनल डेस्क
चिराग पासवान की लोजपा, नीतीश कुमार के जदयू के बाद अब RLD के प्रमुख जयंत सिन्हा ने यूपी में दुकानों के साइनबोर्ड पर नाम लिखने का विरोध किया है और योगी सरकार को अपना फैसला वापस लेने की मांग की है। सरकारी आदेश के विरोध में बयान देने वाले जयंत सिन्हा तीसरे नेता बन गये हैं, जो केंद्र की एनडीए सरकार के सहयोगी दल हैं। मिली खबर के मुताबिक बीजेपी के सहयोगी दल RLD के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने कांवड़ मार्ग पर दुकानों पर नाम लिखने के सरकारी आदेश का खुला विरोध किया है। जयंत ने योगी सरकार से फैसला वापस लेने की मांग की। उनसे पहले योगी सरकार के इस फैसले का विरोध नीतीश कुमार की पार्टी जदयू और चिराग पासवान भी कर चुके हैं।
जयंत ने यूपी सरकार के फैसले की आलोचना करते हुए कहा हिंदू मुसलमान की एकता पर बल दिया। जयंत ने कहा की पार्टी अपने स्टैंड पर कायम है। आरएलडी दिल्ली और लखनऊ में बीजेपी के साथ सत्तारूढ़ है। दोनो जगह उनके मंत्री है। बता दें कि जयंत जब यूपी सरकार के फैसले की आलोचना कर रहे थे तब उनके बगल में योगी सरकार के मंत्री अनिल कुमार भी मौजूद थे।
कांवड़ यात्रा को लेकर योगी सरकार के फैसले से नाराज़ चल रहे जयंत चौधरी ने आज कहा, “धर्म या जाति की पहचान करके कोई सेवा नहीं लेता। सब अपनी दुकानों पर नाम लिख रहे हैं मैकडॉनल्ड और बर्गर किंग क्या लिखेगा। सरकार ने यह फैसला ज्यादा सोच समझ कर नहीं लिया। अभी भी समय है वापस हो जाना चाहिए।‘