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अमृतकाल : आगामी 25 वर्ष देश के लिए अहम, इसे भारत का अमृतकाल कहना आश्चर्य की बात नहीं: निर्मला सीतारमण

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दिल्ली: 

राज्यसभा में भारतीय अर्थव्यवस्था पर बोलते हुये केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। वित्त मंत्री ने कहा कि मनरेगा कांग्रेस की देन थी लेकिन मनरेगा का दुरुपयोग भी उनकी वजह से हुआ। उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना घोस्ट अकाउंट की वजह से प्रभावित रहा। उन्होंने कांग्रेस से कहा कि मनरेगा के दुरुपयोग का पूरा श्रेय आप ले लीजिये। वित्त मंत्री ने कहा कि हम इस योजना का पारदर्शी और सही संचालन कर रहे हैं। 

देश की जीडीपी पर क्या बोलीं वित्त मंत्री
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि तकरीबन 8 साल पहले देश की जीडीपी की आकार 1.1 लाख करोड़ रुपये था। अब इसका आकार 2.32 लाख करोड़ रुपये है। वित्त मंत्री ने कहा कि 2013-2014 में निर्यात 2.85 लाख करोड़ रुपये का था वही आज ये 4.7 लाख करोड़ रुपये का है। वित्त मंत्री ने कहा कि 2013-14 में विदेशी मुद्रा 275 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी अब ये 630 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई है। वित्त मंत्री ने कहा कि संकट के बावजूद हमने तेज आर्थिक प्रगति की है। 

गरीबी की मतलब मन की स्थिति होती है! 
निर्मला सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा था कि गरीबी का मतलब भोजन, धन या भौतिक चीजों की कमी नहीं है। यदि किसी के पास आत्मविश्वास है तो कोई भी गरीबी को दूर सकता है। उन्होंने कहा था कि गरीबी दरअसल मन की स्थिति है। निर्मला सीतारमण ने कहा कि मैंने व्यक्ति का नाम नहीं लिया लेकिन जानते हैं कि वो कौन है। 

अगले 25 साल भारत के लिए अमृत काल
वित्त मंत्री ने कहा कि विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए हम आधुनिक भारत के लिए कुछ बुनियादी ढांचे के निर्माण में सार्वजनिक व्यय करना चाहते थे। हमने आगामी 25 वर्षों में निर्मित होने वाले बुनियादी ढांचे के सहयोगात्मक परिणाम को अधिकतम करने के बारे में सोचा है। वित्त मंत्री ने कहा कि आने वाले 25 वर्ष भारत के लिए काफी अहम होने वाले हैं। उन्होंने कहा कि, इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है यदि हम इसे अमृत काल कहते हैं।