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पीएम के दौरे से पहले आदिवासी कार्यकर्ताओं के अल्टीमेटम से टेंशन, जानें कैसे

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द फॉलोअप डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने दो दिवसीय दौरे को लेकर झारखंड आ रहे हैं। अपने दौरे के क्रम में प्रधानमंत्री कई योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी करेंगे। वहीं पीएम के दौरे से पहले आदिवासी कार्यकर्ताओं के अल्टीमेटम ने सबकी टेंशन बढ़ा दी है। दरअसल, आदिवासी कार्यकर्ताओं ने धमकी दी है कि अगर पीएम सरना धर्म की मान्यता पर अपने दौरे के दौरान कोई घोषणा नहीं करते हैं तो वो लोग आत्मदाह कर लेंगे। 'आदिवासी सेंगेल अभियान' (ASA) के अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने भी उनका समर्थन किया है। सालखन ने कहा है कि वह उस दिन यानि 15 नवंबर को झारखंड के अन्य राज्यों के आदिवासी कार्यकर्ता और मांगों को लेकर सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक उपवास रखेंगे। 


शाम 4 बजे उलिहातू और बोकारो में आत्मदाह कर लेंगे दोनों कार्यकर्ता
ASA के अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि यह धमकी ASA के दो कार्यकर्ताओं द्वारा दिया गया है। यह उनका स्वतंत्र निर्णय है। उन दोनों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अगर पीएम उनकी मांगों पर केंद्र का रुख स्पष्ट नहीं करते हैं तो दोनों कार्यकर्ता शाम 4 बजे उलिहातू और बोकारो में आत्मदाह कर लेंगे। जानकारी हो कि आदिवासी कार्यकर्ता सरना धर्म कोर्ड को लेकर लंबे समय से सरकार से मांग कर रहे हैं। साल 2020 में झारखंड विधानसभा ने सरना आदिवासी धर्म कोड प्रस्ताव पास किया गया । इसमें आदिवासियों को अलग धर्म का दर्जा देने की बात कही गई थी। इसे लागू करने के लिए केंद्र सरकार की हरी झंडी चाहिए लेकिन अभी तक केंद्र ने इस प्रस्ताव पर अनुमति नहीं दी है।


सरना धर्म कोड को मान्यता देने का फैसला केंद्र के पास लंबित- सीएम 
जानकारी हो कि 8 नवंबर को भी सरना धर्म कोड की मांग को लेकर रांची के मोरहाबादी मैदान में देशभर के आदिवासियों का महाजुटान किया था। वहीं पीएम के दौरे से पहले सीएम हेमंत सोरेन ने सरना धर्म कोर्ड पर अपना दांव खेल दिया था। सीएम ने कहा था कि सोरेन ने 'प्रधानमंत्री का झारखंड में स्वागत है। हम उन्हें (आदिवासियों के लिए अलग 'सरना' धर्म कोड की मांग से संबंधित) सभी कागजात पहले ही भेज चुके हैं। अब उन्हें इस पर निर्णय लेना है।' प्रधानमंत्री का राज्य में स्वागत है, लेकिन आदिवासियों के लिए 'सरना' धर्म कोड को मान्यता देने का फैसला केंद्र के पास लंबित है।

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