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दिल्ली : कांग्रेस ने उसी दिन क्यों विरोध प्रदर्शन किया और काले कपड़े पहने जिस दिन राम मंदिर का शिलापूजन हुआ था- अमित शाह

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दिल्ली: 
महंगाई और बेरोजगारी को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस के राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने प्रतिक्रिया दी है। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन के लिए उसी दिन को क्यों चुना जिस दिन राम जन्मभूमि का शिलापूजन किया गया गया था। गृहमंत्री ने कहा कि हैरान हूं कि कांग्रेस ने विरोध करने और काला कपड़ा पहनने के लिए वही दिन चुना जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम जन्मभूमि में मंदिर निर्माण के लिए शिलापूजन किया था।

 

कांग्रेस पर तुष्टिकरण का लगा आरोप
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने विरोध के लिए इस दिन को चुना और काले कपड़े पहने क्योंकि वे अपनी तुष्टिकरण की राजनीति को और बढ़ावा देने के लिए एक सूक्ष्म संदेश देना चाहते थे। गृहमंत्री ने कहा कि क्योंकि इसी दिन पीएम मोदी ने राम जन्मभूमि की नींव रखी थी। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कांगेस हमेशा तुष्टिकरण को बढ़ावा देती आई है। 

ईडी की कार्रवाई को लेकर क्या बोले गृहमंत्री
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को जिम्मेदार होना चाहिए और कानून के अनुसार सहयोग करना चाहिए। सोनिया गांधी और राहुल गांधी से हुई हालिया पूछताछ और नेशनल हेराल्ड दफ्तर को सील करने जैसी ईडी की कार्रवाई को लेकर गृहमंत्री ने कहा कि शिकायत के आधार पर मामला चल रहा है। जहां तक ईडी का सवाल है। देश में कानून-व्यवस्था की स्थिति का सभी को सम्मान करना चाहिए। 

महंगाई-बेरोजगारी पर कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन
गौरतलब है कि शुक्रवार (5 अगस्त) को कांग्रेस पार्टी ने महंगाई और भ्रष्टाचार को लेकर राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित कई कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया।

कई अन्य राज्यों में भी प्रदर्शनकारी कांग्रेसी नेता और पुलिस बल के बीच हल्की झड़प हुई। प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं पीएम आवास तक मार्च करना चाहती थी ताकि उनकी मंत्री को महंगाई दिखा सकूं। वहीं, राहुल गांधी ने कहा कि सरकार महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए समाज को बांट रही है।

सदन में विपक्ष को सवाल पूछने नहीं दिया जा रहा है। सड़क पर विरोध जताने पर हिरासत में लिया जाता है।