द फॉलोअप टीम, दिल्ली
कोरोना के कारण सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था की रफ्तार को गति देने की लगातार सरकार की ओर से कोशिश हो रही है। कोशिश का सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहा है और आहिस्ता-आहिस्ता ही सही अर्थव्यवस्था पटरी पर भी लौट रही है। गुरूवार को पीएम मोदी ने ईमानदार करदाताओं के लिए कई घोषणाएं की। मकसद सरकार के प्रति करदाताओं का भरोसा बढ़ाना है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि टैक्सपेयर्स चार्टर देश की विकास यात्रा में बहुत बड़ा कदम है। उन्होंने कहा, 'अब टैक्सपेयर को उचित, विनम्र और तर्कसंगत व्यवहार का भरोसा दिया गया है। यानी आयकर विभाग को अब टैक्सपेयर की गरिमा का, संवेदनशीलता के साथ ध्यान रखना होगा। अब टैक्सपेयर की बात पर विश्वास करना होगा, डिपार्टमेंट उसको बिना किसी आधार के ही शक की नज़र से नहीं देख सकता।
टैक्स के नए सिस्टम की शुरुआत
ईमानदार टैक्सपेयर्स को प्रोत्साहन और कर प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खास प्लेटफॉर्म की शुरुआत की. इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि गुलामी के दौर से शुरू देश के टैक्स सिस्टम में अब काफी बदलाव किए गए हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये प्लेटफॉर्म 21वीं सदी के टैक्स सिस्टम की शुरुआत है, जिसमें फेसलेस असेसमेंट-अपील और टैक्सपेयर्स चार्टर जैसे बड़े रिफॉर्म हैं।
पीएम मोदी ने किया प्रोत्साहित
पीएम मोदी ने लोगों को टैक्स देने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा, ''इन सारे प्रयासों के बीच बीते 6-7 साल में इनकम टैक्स रिटर्न भरने वालों की संख्या में करीब ढाई करोड़ की वृद्धि हुई है, लेकिन ये भी सही है कि 130 करोड़ के देश में ये अभी भी बहुत कम है। उन्होंने नए भारत के सपने को साकार करने के लिए कहा कि "जो टैक्स देने में सक्षम हैं, वो खुद से आगे आएं।
टैक्स चार्टर की घोषणा
टैक्स चार्टर की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आयकर विभाग को अब करदाता के मान-सम्मान, संवेदनशीलता के साथ ध्यान रखना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश ये है कि हमारी कर प्रणाली पीड़ारहित हो, चेहरारहित हो। हर करदाता को उलझाने के बजाय समस्या को सुलझाने के लिए काम करे। पीड़ारहित अर्थात प्रौद्योगिकी से लेकर नियमों तक सबकुछ सरल हो।
टैक्स नहीं भरना होगा मुश्किल
अब तक शहर का आयकर विभाग ही छानबीन कर सकता था, लेकिन अब किसी भी राज्य या शहर का अधिकारी जांच कर सकता है। अब यह कंप्यूटर तय करेगा कि कौन से टैक्स का मूल्यांकन कौन करेगा। रिव्यू भी अब कंप्यूटर ही तय करेगा। इससे उन लोगों को दिक्कत होगी, जो गलत तरीके अपनाते हैं या टैक्स नहीं भरते।
फेसलेस कर प्रणाली पर जोर
वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिए आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब कर प्रणाली फेसलेस हो रही है, यह करदाता के लिए निष्पक्षता और एक भरोसा देने वाला है। उन्होंने कहा कि कर मामलों में बिना आमना-सामना के बिना अपील की सुविधा 25 सितंबर यानी दीन दयाल उपाध्याय के जन्मदिन से पूरे देशभर में नागरिकों के लिए उपलब्ध होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का ईमानदार करदाता राष्ट्रनिर्माण में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है, जब देश के ईमानदार करदाता का जीवन आसान बनता है, वो आगे बढ़ता है, तो देश का भी विकास होता है।
पहले करोड़ों टैक्सपेयर्स होते थे परेशान
पीएम ने कहा कि देश के साथ छल करने वाले कुछ लोगों की पहचान के लिए बहुत लोगों को परेशानी से गुजरना पड़ा। छल करने वाले कुछ लोगों की वजह से करोड़ों ईमानदार टैक्सपेयर्स को भी परेशान होना पड़ता था। ऐसे में साठगांठ की व्यवस्था बन गई। इसी चक्कर के कारण ब्लैक-व्हाइट का उद्योग बढ़ा। उन्होंने कहा कि पहले 10 लाख का मामला भी अदालत में चला जाता था, लेकिन अब हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट में जाने वाले मामले की सीमा 1 से 2 करोड़ की गई है। अब फोकस अदालत से बाहर ही मामलों को सुलझाने पर है।