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जिंदा थे ADJ उत्तम आनंद लेकिन अस्पताल ने भर्ती करने से इंकार किया...! 

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द फॉलोअप टीम, धनबाद:

एडीजे उत्तम आनंद को ऑटो से टक्कर लगने के काफी देर बाद बाद तीन युवक अस्पताल ले गए थे। कहा जा रहा है कि सदर अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती लेने से मना कर दिया था। जिस युवक ने एडीजे को भर्ती करवाया था उसी ने यह खुलासा पुलिस के सामने किया है। अभय साव नामक युवक ने पुलिस के सामने ये बातें स्वीकार की है। अभय ने पुलिस को बताया कि वह रोज गोल्फ ग्राउंड में व्यायाम करने जाता है। 28 जुलाई की सुबह भी वह तीन दोस्तों के साथ वहां मौजूद थे। तभी उसने देखा रणधीर वर्मा चौक के पास ऑटो ने एक व्यक्ति को टक्कर मारा और भाग गया।

इलाके के दागियों से हो रही पूछताछ
पुलिस ने इस मामले में अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। सीसीटीवी फुटेज को वायरल करने के आरोप में एसएसपी संजीव कुमार ने धनबाद सदर थाना के पीएसआई आदर्श कुमार को सस्पेंड कर दिया है। वहीं ऑटो की चोरी की एफआईआर दर्ज करने में देरी के आरोप में पाथरडीह थानेदार उमेश मांझी को भी सस्पेंड किया गया है। अलग अलग थानों से शनिवार को  80 दागियों को पुलिस ने पूछताछ के लिए उठाया। इनमें वैसे लोग शामिल हैं, जो ऑटो चोरी करने, नशा में रहते हैं और उनके खिलाफ पहले कोई केस दर्ज हुआ है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। 

सदर अस्पताल ने आरोपों को नकारा
वहीं इस मामले में सदर अस्पताल के नोडल अधिकारी राजकुमार सिंह का कहना है कि अभय साव का बयान गलत है। घायल जज को सदर अस्पताल लाए जाने की बात झूठी है। अस्पताल के पास उस दिन का सीसीटीवी फुटेज है। जिसमें देखा जा सकता है कि कोई उन्हें यहां नहीं लेकर आया था। यहां अस्पताल के अंदर का ही नहीं बल्कि सड़क तक का फुटेज उनके पास है।