द फॉलोअप टीम, गिरिडीह:
जज उत्तम आनंद की संदिग्ध मौत का सुराग दूसरे दिन गिरिडीह में मिला। जिस ऑटो से जज उत्तम को टक्कर मारी गई थी उसे गिरिडीह के मुफस्सिल थाना इलाके के डांडीडीह से बरामद किया गया। ऑटो के साथ 2 लोगों को पकड़ा भी गया। गिरिडीह मुफ्फसिल थाना पुलिस के सहयोग से धनबाद पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार लोगों के नाम पिन्टू वर्मा और राहुल वर्मा बताया जा रहा है। देर रात ही ऑटो जब्त करने के साथ पिंटू और राहुल वर्मा को धनबाद पुलिस साथ ले गई।
पुलिस ने मामले में 2 संदिग्धों को हिरासत में लिया
ये मामला काफी गंभीर है इसलिए दोनों जिलों की पुलिस ने देर रात ऑपरेशन को अंजाम दिया। उसके बाद देर रात ही धनबाद पुलिस ऑटो और दोनों आरोपियों को धनबाद ले गई। पिन्टू और राहुल वर्मा आपस में रिश्तेदार बताए जा रहे है। हालांकि ये स्पष्ट नही है कि जज की हत्या में इन दोनों का ही हाथ है। इस मामले में अब तरह तरह से जांच की बात सामने उठ रही है। वहीं झारखंड उच्च न्यायालय ने धनबाद के जिला न्यायाधीश की कथित हत्या का स्वत: संज्ञान लिया है। इस मामले में सुनवाई चल रही है।
संदिग्ध ऑटो ने जिला जज को मारी थी टक्कर
गौरतलब है कि धनबाद जिला जज उत्तम आनंद को एक संदिग्ध ऑटो ने उस वक्त पीछे से धक्का मार दिया था जब वो मॉर्निंग वॉक के लिए जा रहे थे। जज उत्तम आनंद के पिता ने आरोप लगाया था कि ऑटो से धक्का मारने से पहले उनके बेटे के सिर पर किसी भारी चीज से वार किया गया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है ऐसी जानकारी मिली है। गौरतलब है कि, कहा जा रहा है कि कुछ अपराधी जमानत अर्जी खारिज किए जाने और सजा सुनाए जाने से जज से नाराज थे। इस बीच पोस्टमॉर्टम के बाद जज का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।