द फॉलोअप टीम, लखनऊ:
यूपी में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कभी भी हो सकती है। सियासी गलियारों में सुगबुगाहट है कि प्रदेश के ब्राह्मण मतदाता भारतीय जनता पार्टी से नाराज हैं। बीजेपी आगामी चुनाव में ब्राह्मण समुदाय के महत्व को समझते हुए उनकी नाराजगी दूर करने की कवायद में जुटी है। इस सिलसिले में केंद्रीय मंत्री और यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के आवास पर यूपी के सभी ब्राह्मण मंत्रियों की बैठक बुलाई गई।
जेपी नड्डा से बीजेपी नेताओं की मुलाकात
बैठक के बाद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से कुछ बीजेपी नेताओं ने मुलाकात की। नेताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के समक्ष कुछ मांगें रखीं। गौरतलब है कि रविवार को बुलाई गई एक ऐसी ही बैठक में प्रदेश के कुछ ब्राह्मण नेताओं ने राज्य सरकार तथा अधिकारियों की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर की थी। बीजेपी आलाकमान ने उन नेताओं को कार्रवाई का आश्वासन दिया।
धर्मेंद्र प्रधान ने खुलकर बोलने को कहा था
अलग-अलग सूत्रों से मिल रही जानकारी प्रदेश बीजेपी के कई नेताओं ने यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान साथ आयोजित बैठक में राज्य सरकार की कार्यशैली से जुड़ी कुछ बातों पर नाराजगी जाहिर की। बैठक में अजय मिश्रा टेनी के मामले को भी उठाया गया। बैठक में मौजूद उपमुख्यमंत्री ने कहा कि नेता यहां केवल सरकार के कामकाज तथा कार्यक्रमों पर अपना फीडबैक दें। हालांकि धर्मेंद्र प्रधान ने खुलकर बोलने को कहा।
धर्मेंद्र प्रधान ने विशेष समिति का गठन किया
कहा जाता है कि धर्मेंद्र प्रधान से मंजूरी मिलती है कि कई नेताओं ने खुलकर अपनी भड़ास निकाली। अजय मिश्रा टेनी का मामला जोर-शोर से उठाया गया। हिंदू युवा वाहिनी के दखल को लेकर भी कई नेताओं ने एतराज जताया। शिकायतों के मद्देनजर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 4 नेताओं की एक समिति बनाई। समिति का अध्यक्ष राज्यसभा सांसद और पूर्व वित्त राज्यमंत्री शिवप्रताप शुक्ला को बनाया गया। सदस्य के तौर पर नोएडा सांसद महेश शर्मा, युवा मोर्चा के पूर्व महामंत्री अभिजात मिश्रा और सांसद राम भाई मुकारिया को नियुक्त किया गया।
शाहजहांपुर में परशुराम जन्मस्थली पर मांग
इस बीच कई ब्राह्मण नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। मुलाकात में नेताओं ने अपनी मांगें रखी। समिति ने नड्डा को लगभग 80 ब्राह्मण संगठनों का मांग पत्र सौंपा। मंत्री बृजेश पाठक ने भी 15 सूत्रीय मांग पत्र नड्डा को सौंपा। मांग पत्र में शाहजहांपुर में परशुराम जन्मस्थली को पर्यटन स्थल का दर्जा देे और लखनऊ में चौराहे का नाम परशुराम के नाम पर रखने की मांग की।