द फॉलोअप टीम, रांची:
भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा की झारखंड प्रदेश प्रभारी एवं भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कमला देवी पाटले चार दिवसीय झारखंड दौरे पर मंगलवार को रांची पहुंची। आज उन्होंने हेमंत सरकार पर निशाना साधा। कहा कि झारखंड में दलितों की हालत बहुत खराब है। जब से गठबंधन की सरकार बनी है, उनपर अत्याचार बढ़ गया है। दलितों की जमीन की लूट हो रही है। एससी छात्रों को केंद्र से मिलने वाले स्कॉलरशिप का भी लाभ यह सरकार नहीं दे रही है। जबकि बाकी राज्यों में दलित बच्चों को इसका लाभ मिल रहा है। इसमें 60 फीसदी केंद्र और 10 फीसदी राज्य का अंश है। केंद्र ने पैसा दे दिया, लेकिन राज्य नहीं दे रही है और न ही छात्रों की लिस्ट भेज रही है। वहीं राज्य सरकार ने एससी-एसटी का प्रमोशन भी रोक रखा है। वह बुधवार को बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में बोल रही थीं।
चिरूडीह की घटना का जिक्र
उन्होंने कहा कि चिरुडीह की घटना किसी से छिपी नहीं है। वहां किस तरह से 6 दलित परिवार को बेघर कर दिया गया था। इतनी बड़ी घटना पर भी सरकार चुप रही लेकिन बीजेपी एससी मोर्चा ने इस मामले को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग तक पहुंचाया। मोर्चा की पहल पर ही आयोग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और पीड़ित परिवार को सुरक्षित पहुंचाने का निर्देश दिया, लेकिन अब तक भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई। ऐसी ही घटना चाईबासा के मझगांव में भी हुई। जब अल्पसंख्य समुदाय के लोगों ने अकारण दलित परिवार पर हमला किया। इस मामले को भी अनुसूचित जाति मोर्चा ने लड़ाई लड़ते हुए राज्य सरकार और राज्यपाल तक पहुंचाया लेकिन अभी तक आरोपी गिरफ्तार नहीं हुआ।
सीएम के गृहजिले में हुआ अन्याय
कमला देवी पाटले ने कहा कि मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र बरहेट में थाना प्रभारी हरीश पाठक ने एक युवती को सरेआम पीटा। इस मामले में भी भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा ने आवाज उठाया जिसके बाद आरोपी को निलंबित किया गया। मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने साहिबगंज की एक दलित महिला की जमीन लूट कर उस पर आलीशान बंगला बनवा लिया। इसपर भी मोर्चा के तरफ से कई आंदोलन किये गये, लेकिन सरकार चुप रही। इस तरह से साफ़ कहा जा सकता है कि झारखंड में दलितों की हालत बहुत खराब है।