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JPSC पीटी परीक्षा गड़बड़ी के खिलाफ सोशल मीडिया में ट्रेंड हुआ #CBI4JPSC, अभ्यर्थियों ने निकाली भड़ास

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द फॉलोअप टीम, रांची: 

जेपीएससी पीटी परीक्षा में गड़बड़ी के विरोध में सड़क से सोशल मीडिया तक आंदोलन तेज हो गया है। आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों ने ट्विटर पर कैंपेन शुरू किया है। सीबीआई फॉर जेपीएससी नाम के हैशटेग के साथ कैंपेन शुरू किया गया है। अभ्यर्थी इस हैशटेग के साथ अलग-अलग स्लोगन लिखकर अपनी-अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। मंगलवार को दिन के 11 बजे ये आंदोलन शुरू हुआ। कहा जा रहा है कि कैंपेन शाम तक चलेगा। #CBI4JPSC ट्विटर पर ट्रैंड भी करने लगा है। देखना होगा कि इसका क्या प्रभाव होता है। 

अमिताभ चौधरी को हटाने की उठी मांग
अभ्यर्थी इस कैंपेन के जरिए झारखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अमिताभ चौधरी को हटाने की मांग कर रहे हैं। ट्विटर यूजर्स अलग-अलग तरीके से अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी। चुप रहने के लिए मुख्यमंत्री नहीं बनाये थे आपको। सातवीं जेपीएससी की सीबीआई जांच करवाएं या फिर परीक्षा को रद्द किया जाये। 

ट्विटर यूजर्स ने दी अलग-अलग प्रतिक्रिया
एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि हाहाकार मचा दीजिए आज सभी झारखंड छात्र मिलकर। आज 4 बजे तक ट्विटर पर धुवां उड़ा देना है। जय झारखंड-जय बिरसा। 

एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा कि गली-गली में शोर है, नियुक्ति वर्ष झोल है। सेटिंग-वेटिंग का चक्कर है, जेपीएससी घनचक्कर है। छात्र मांगे रोजगार, मुख्यमंत्री कहें करो गिरफ्तार। ये कैसी सरकार है। छात्र कितना लाचार है। 

जेपीएससी में गड़बड़ी की बात सामने आई
गौरतलब है कि जेपीएससी पीटी परीक्षा में बड़ी गड़बड़ी की बात सामने आई थी। साहिबगंज और लोहरदगा में क्रमवार ढंग से अभ्यर्थी पास हो गये। कई परीक्षा केंद्रों में ये शिकायत मिली की क्वेश्चन पेपर को पहले से ही फाड़ कर लाया गया था। क्वेश्चन पेपर सीलबंद लिफाफे में नहीं था। इसके अलावा ये भी शिकायत मिली कि कई अभ्यर्थी बिना परीक्षा दिये ही पास घोषित किये गये। शिकायत ये भी मिली कि कम अंक लाने वाले अभ्यर्थियों को फेल घोषित किया गया। अभ्यर्थी जांच की मांग कर रहे हैं।

जेपीएससी गड़बड़ी की सीबीआई जांच की मांग
अभ्यर्थी जेपीएससी गड़बड़ी मामले की सीबीआई जांच और परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर रांची के मोरहाबादी मैदान स्थित बापू वाटिका में आंदोलन कर रहे हैं। अभ्यर्थियों की मांग है कि मामले की सीबीआई से निष्पक्ष जांच करवाई जाये। अभ्यर्थियों ने 13 दिसंबर को रांची में आमरण अनशन का ऐलान किया था। 15 दिसंबर को अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री आवास घेराव की योजना बनाई है।