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अनुबंधित पारा मेडिकलकर्मियों की हड़ताल स्थगित, कई मांगो पर बनी सहमति

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फॉलोअप टीम, रांची : 
कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने से प्रदेश की हालत बद से बदतर होती जा रही है। मरीजों के आंकड़े के साथ-साथ मौत के आंकड़ों में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। रिकवरी रेट में भी पहले की तुलना में गिरावट आ रही है। वहीं दूसरी ओर अपने स्थायीकरण की मांग को लेकर झारखंड के अनुबंधित पारा मेडिकलकर्मी बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल गए थे। इसी बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मुख्य सचिव,मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव,स्वास्थ्य सचिव के साथ प्रोजेक्ट भवन में हुए एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने आंदोलनरत स्वास्थ्य कर्मियों के साथ हुए वार्ता के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए कहा कि परिवार का एक सदस्‍य रूठ जाता है तो उसे मना लिया जाता है. उन्‍होंने कहा कि पारा मेडिकलकर्मियों ने सरकार के आग्रह पर हड़ताल को समाप्‍त कर लिया है, इसके लिए इनको धन्‍यवाद. उन्‍होंने कहा कि इनकी मांगों पर सकारात्‍मक पहल की जायेगी. गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता सुबह से ही इस हड़ताल को खत्म कराने के लिए प्रयास रत थे, सुबह स्वास्थ्य कर्मियों का एक प्रतिनिधिमंडल उनके आवास पर मिला और अपनी बातों को रखा फिर स्वास्थ्य सचिव से वार्ता हुई।

पहले भी किया था सांकेतिक हड़ताल 
बीते मंगलवार को पारा मेडिकलकर्मियों द्वारा सदर अस्पताल परिसर में सांकेतिक हड़ताल किया गया था। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ायी गयी थीं। एक ओर मेडिकलकर्मी हड़ताल पर थे तो वहीं दूसरी ओर सिविल सर्जन कार्यालय में 13 पदों के लिए इंटरव्यू देने आए सैंकड़ों अभ्यर्थी जमा हुए थे। इस बीच दोनों ओर से एक-दूसरे पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने का आरोप लगाते रहे। सांकेतिक हड़ताल में झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सक कर्मी संघ, एनएचएम अनुबंध कर्मचारी संघ और आयुष चिकित्सक संघ सिविल सर्जन कार्यालय के धरना में शामिल थे।