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हैदर अली रोड का नाम बदलने का मामला: निगम बोर्ड में मंजूरी मिली कि नहीं रांची मेयर को याद नहीं

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द फॉलोअप टीम, रांची:

रांची का कोकर इलाका इन दिनों काफी चर्चा में है। दरअसल यहां के हैदर अली रोड का नाम बदलकर बजरंग नंगर कर दिया गया है। जिसका विरोध हो रहा है। इसकी वजह यह है कि नामकरण पट्‌टी के उद्घाटन के समय रांची नगर निगम के डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय स्थानीय पार्षद अर्जुन यादव के साथ मौजूद थे। स्थानीय अखबार प्रभात खबर के मुताबिक अर्जुन यादव के बकौल निगम बोर्ड की बैठक में इसकी मंजूरी मिल चुकी है। लेकिन जब फॉलोअप ने बात की तो उन्होंने बताया कि बोर्ड में प्रस्ताव हमने ही लाया था, पर स्वीकृति नहीं मिली है। जबकि मेयर डॉ आशा लकड़ा से बात की तो, उनका कहना है कि बोर्ड में इतनी जगह के नाम बदलने के प्रस्ताव आए थे कि हैदर अली रोड मामला स्वीकृत हुआ था कि नहीं उन्हें याद नहीं है। इधर, विश्व हिंदू परिषद के गंगा प्रसाद यादव ने कहा कि बजरंग नगर नाम से तोरण द्वार बनाया जाएगा। वहीं स्थानीय लोगों से आग्रह किया जा रहा है कि अपने-अपने घरों के बाहर हैदर अली की जगह बजरंग नगर लिखें। 

 

 

कौन थे हैदर अली

अल्पसंख्यक मामले के जानकार एस अली ने बताया कि हैदर अली मूलत. बिहार के गया के रहने वाले थे। वह अंग्रेजों के दौर में डिप्टी कमिश्नर रहे। उनके कार्यक्षेत्र में रांची, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा और खूंटी का इलाका था। उन्होंने अपने कार्यकाल में सड़क विस्तार कराया। नव निर्माण में भूमिका निभाई। रिटायरमेंट के बाद वो कोकर में मकान बनाकर बस गए। धीरे-धीरे उस गली का नाम लोग हैदर अली रोड कहने लगे। इस प्रकार यह नाम स्थापित हो गया और सरकारी दस्तावेजों में भी दर्ज हो गया। सन 67 की सांप्रदायिक हिंसा के बाद वह सपरिवार यहां से चले गए। 

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सीएम, मंत्री और मेयर से इसपर दखल देने की मांग

अरमया के केंद्रीय अध्यक्ष एस अली ने इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ज्ञापन भेजकर हैदर अली रोड का नाम बदलने पर आपत्ति जताते हुए इसे निरस्त करने की मांग की है। इसकी प्रति संसयदीय कार्यमंत्रर आलमगीर आलम, वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन, नगर विकास सचिव, डीसी रांची, वियाायकों में बंधु तिर्की, इरफान अंसारी के अलावा रांची मेयर और सभी वार्ड पार्षदों को भी भेजी है। 

 

वार्ड पार्षदों का भी एतराज

वार्ड पाषर्द नाजिमा रजा, नाज़िया असलम और पूर्व वार्ड पार्षद मोहम्मद असलम समेत कई पार्षदों ने नाम बदलने जाने पर आपत्ति व्यक्त की है। मोहम्मद असलम का कहना है कि  2016 में बोर्ड के बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि रांची नगर निगम क्षेत्र के किसी भी गली-रोड का नाम देश एवं प्रदेश के स्वतंत्रता सेनानी एवं महापुरुष के नाम पर रखा जाएगा। लेकिन अचानक हैदर अली रोड का नाम बजरंग नगर रख दिया गया है। यह कोई तर्क नहीं है कि अब उस क्षेत्र में मुस्लिम आबादी नहीं रहती है। ऐसी बात करने वालों को मालूम होना चाहिए राईन मुहल्ला स्थित तिवारी स्ट्रीट, इस्लामी मरकज रोड स्थित देवी मंडप रोड, डोरंडा स्थित जैन मंदिर लाइन, काली मंदिर रोड, आदि अनेको ऐसे मुहल्ले और गली के नाम हैं जो झारखंड को अलग पहचान देेते हैं।