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तबाही मचाने आ रहा है 'तोकते'! महामारी के बीच देश में चक्रवाती तूफान का खतरा मंडराया

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द फॉलोअप टीम, दिल्ली: 

देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर तबाही मचा रही है। इस बीच एक और प्राकृतिक आपदा मुंह बाएं खड़ी है। भारत के पश्चिमी तटीय प्रदेशों में चक्रवाती तूफान का खतरा मंडरा रहा है। इस बार अरब सागर से तौकते चक्रवाती तूफान उठा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि अगले 24 घंटे में तौकते चक्रवाती तूफान विकराल रूप अख्तियार कर लेगा और तबाही मचाएगा। 

उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ रहा तोकते तूफान
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने जानकारी दी है कि तौकते तूफान तेजी से उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ बढ़ रहा है। 18 मई की शाम तक तूफान गुजरात और पाकिस्तान तक पहुंच जायेगा। आज शाम तक तौकते तूफान चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जायेगा। केरल, कर्नाटक, कोंकण, कर्नाटक, महाराष्ट्र, लक्षद्वीप और गोवा में भी ये तूफान तबाही मचाएगा। शुक्रवार की दोपहर से ही केरल के कोट्टायम में भारी बारिश हो रही है। तेज हवा चल रही है। अगले कुछ घंटे में तूफान अन्य प्रदेशों तक पहुंचेगा। 

केरल सहित इन राज्यों में ऑरेंज अलर्ट जारी
लक्षद्वीप, केरल, कर्नाटक, कोंकण, गोवा, तमिलनाडु और महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाकों में समुद्री में तेज और ऊंची लहरे उठेंगी। हवा के साथ तेज बारिश होगी। मुंबई और ठाणे में यलो अलर्ट जारी किया गया है। गुजरात और केरल सहित बाकी तटवर्ती राज्यों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। कहा जा रहा है कि तूफान गुजरात और मध्य पाकिस्तान में सबसे ज्यादा असर दिखाएगा। 

एनडीआरएफ ने तैनात की हैं 53 रेस्क्यू टीम
एनडीआरएफ प्रमुख एसएन प्रधान ने जानकारी दी है कि उनकी 53 टीमें एहतियातन संवेदनशील इलाकों में तैनात की गयी है। इनमें से 24 टीमों के केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजराज और महाराष्ट्र के दक्षिणी इलाकों में तैनात किया गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी दी है कि 16 से 19 मई के बीच स्थिति सबसे ज्यादा गंभीर होगी। तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों क विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है। सुरक्षाबलों की भी जरूरत पड़ सकती है। 

पिछले साल भी चक्रवाती तूफाने से तबाही
गौरतलब है कि पिछले साल भी भारत में कुल चार चक्रवाती तूफानों ने तबाही मचाई थी। इनमें से निवार, निसर्ग और अम्फान तूफान ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई थी। निवार और निसर्ग ने जहां पश्चिमी तटीय प्रदेशों को प्रभावित किया था वहीं अम्फान तूफान ने पूर्वी तट, विशेष तौर पर पश्चिम बंगाल और ओडिशा नें भारी तबाही मचाई थी। तोतके तूफान का खतरा इसलिए भी गंभीर है क्योंकि इस समय भारत में कोरोना की दूसरी लहर तबाही मचा रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन पर इसका असर होगा।