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सड़क दुर्घ'टना में गई थी आंगनबाड़ी सेविका की जा'न, मुआवजे के लिए साथी कर्मियों ने किया प्रदर्शन

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द फॉलोअप टीम, लातेहार: 

लातेहार जिला अंतर्गत मेदिनीनगर-रांची मुख्य मार्ग में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-39 में 15 नवंबर को एक सड़क दुर्घटना हुई थी। सड़क दुर्घटना में 47 वर्षीय आगंनबाड़ी सेविका पाड़ो देवी का निधन हो गया था। उक्त आंगनबाड़ी सेविका जिला मुख्यालय में राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जाने के दौरान दुर्घटना का शिकार हो गई थी। मृतका मनिका प्रखंड अंतर्गत बेसना गांव की रहने वाली थी। 

जिला मुख्यालय जाने के दौरान हुआ था हादसा
आंगनबाड़ी सेविका पाड़ो देवी बेटे जितेंद्र और एक अन्य शख्स के साथ कार्यक्रम में शामिल होने बाइक से जिला मुख्यालय जा रही थी। इसी दौरान पहाड़ी ढाबा के समीप तीखा मोड़ के पास ट्रक की चपेट में आ गई। पाड़ो देवी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। बेटा जितेंद्र भी गंभीर रूप से घायल हो गया था। उस समय घटनास्थल पर पहुंचे जिला परिवहन पदाधिकारी ने कहा था कि ट्रक को जब्त कर लिया गया है। उन्होंने मृत महिला के आश्रितों को उचित मुआवजा देने का आश्वासन दिया था। हालांकि अभी तक आश्रितों को मुआवजा नहीं मिला है। 

 

जिला परिवहन पदाधिकारी ने दिया था आश्वासन
जिला परिवहन पदाधिकारी ने ना केवल मुआवजे का आश्वासन दिया था बल्कि कहा था कि इस संबंध में उपायुक्त अबू इमरान से भी वार्ता हो गई है। अब तक मुआवजा नहीं मिला। ऐसे में मृत महिला के परिजनों को मुआवजा के लिए आंदोलन का सहारा लेना पड़ रहा है। झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन (रांची) के आह्वान पर बुधवार को आंगनबाड़ी सेविकाओं ने नंगर पंचायत कार्यालय से समीप 1 दिवसीय धरना दिया। उनकी मांग थी कि सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वाली आंगनबाड़ी सेविका पाड़ो देवी के आश्रितों को त्वरित मुआवजा दिया जाये। 

15 लाख रुपया और सरकारी नौकरी की मांग की
धरना प्रदर्शन की अगुवाई करते हुए झारखंड प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बालमुकुंद सिन्हा ने कहा कि स्थापना दिवस समारोह में हिस्सा लेने के लिए जिला प्रशासन ने आगंनबाड़ी सेविकाओं को आमंत्रित किया था। इसी दौरान आंगनबाड़ी सेविका पाड़ो देवी का निधन हो गया। उनकी मृत्यु उस वक्त हुई जब वो सरकारी कार्यक्रम में हिस्सा लेने आ रही थीं। उन्होंने मांग की है कि मृत महिला के आश्रितों को 15 लाख रुपये मुआवजा और परिवार की महिला सदस्य को आंगनबाड़ी सेविका के तौर पर सीधा नियुक्ति किया जाये। आंगनबाड़ी सेविकाओं ने 6 दिसंबर से रांची मुख्यालय में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है। मांग पूरा करने का अल्टीमेटम दिया है। 

मांगे नहीं मानने पर अनिश्चितकालीन प्रदर्शन होगा
बालमुकुंद सिन्हा ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका अपना काम ईमानदारी पूर्व करती हैं। अगर सरकारी कार्य में किसी की मृत्यु हो जाती है तो प्रवधान है कि उनके परिजन को नौकरी और मुआवजा दिया जाना चाहिए। जिला प्रशासन की यह विडंबना है कि एक रुपया भी मुआवजा नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा आंगनबाड़ी सेविकाओं के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। धरना समापन के बाद डीसी अबू इमरान को एक ज्ञापन सौंपकर मुआवजा एवं नौकरी देने की मांग की है। इस धरना प्रदर्शन में सुनीता देवी, आशा देवी,प्यारी देवी, नैना देवी, त्रिशुला देवी, समेत दर्जनों आंगनबाड़ी सेविका मौजूद थी।