रांची
पूर्व विधायक कुणाल षाडंगी ने आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शिष्टाचार भेंट की और राज्यहित से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कर उनका ध्यान आकृष्ट किया। मुलाक़ात के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि झारखंड आंदोलनकारियों को विगत छह माह से पेंशन नहीं मिल रही है, जिससे उनके परिवार गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। उन्होंने अनुरोध किया कि आंदोलनकारियों की पेंशन राशि अविलंब जारी की जाए, जिससे उनका सम्मान और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। षाडंगी ने राज्य में संचालित सीएम सेंटर ऑफ एक्सीलेंस विद्यालयों की संख्या में वृद्धि की आवश्यकता भी जताई। उन्होंने कहा कि ये संस्थान मेधावी और वंचित तबके के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहे हैं, और इनका विस्तार राज्य के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक सशक्त कदम होगा।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने 26,000 TET उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की लम्बित नियुक्ति प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण करने की आवश्यकता पर बल दिया, जिससे युवा वर्ग को रोजगार के अवसर मिल सकें और राज्य की शिक्षा व्यवस्था को मजबूती मिले।
अंत में, राज्य में लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए, षाडंगी ने सुझाव दिया कि ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया को ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक के माध्यम से अधिक पारदर्शी और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाया जाए। मुख्यमंत्री ने सभी विषयों पर सकारात्मक पहल का आश्वासन दिया और कहा कि सरकार जनहित में आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।