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डैड! तुस्सी वी आ जाओ..रेलगड्डी आ गई! बेटी औऱ पिता ने ट्रेन के आगे कूद कर दी जान

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द फॉलोअप टीम, जमशेदपुर:

जुगसलाई फाटक में बीते बुधवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ। यहां बाप-बेटी ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। घटना बुधवार की शाम  सवा सात बजे की है। सबसे पहले  21 साल की बेटी ने आत्महत्या की उसके बाद उसके पिता ने।  मृतक की पहचान 21 वर्षीय बलजीत सैनी और 45 वर्षीय प्रीतपाल सिंह सैनी के रूप में हुई है। जुगसलाई साहू होटल के पास प्रीतपाल सिंह का पैतृक घर है जिसे लेकर उनका भाइयों के साथ विवाद था।  

मिली जानकारी के मुताबिक प्रीतपाल बिष्टुपुर में टाटा स्टील के क्वार्टर में रहते थे। बेटी ने आत्महत्या करते समय फाटक के पास खड़ी हो गई थी । उसने अपने पिता को चिल्लाकर पुकारा कहा- डैडी तुसी वी आ जाओ, रेल गड्डी आ गई..। इस घटना के बाद एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमे संपत्ति को लेकर विवाद की बात कही गई है। घटना से इलाके में सनसनी है। 

प्रत्यक्षदर्शियों ने घटना के बारे में क्या बताया है
बताया जा रह है घटना से पहले दोनों फाटक के पास पेट्रोल पंप के पास खड़े थे। ट्रेन की आवाज दोनों ने जैसे ही सुनी वो सुसाइड नोट पंप के कर्मचारियों के पास फेंककर भागे और ट्रेन के आगे कूद गए। पूरी घटना की सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गयी।  इधर, सुसाइड नोट में मृतक ने अपने दोनों भाई के बारे में लिखा है। सुसाइड नोट में लिखा है परमजीत सिंह सैनी और हरजीत सिंह सैनी, दोनों की पत्नी और परिवार के अन्य लोगों पर प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या की बात लिखी है। सुसाइड नोट में आरोपी की फोटो भी है। घटना के बाद पुलिस पहुंची और जांच शुरू किया।

पिता आत्महत्या की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था
घटनास्थल पर मौजूद कर्मचारी ने कहा कि व्यक्ति आत्महत्या की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था लेकिन बेटी जैसे ही इंजन से टकराई वैसे ही पिता दौड़कर गया और मालगाड़ी के नीचे घुस गया। वहां मौजूद लोगों ने शोर भी मचाया, लेकिन लड़की ने किसी की न सुनी। मृतक प्रीतपाल सिंह का उसके भाईयों के साथ विवाद था। मृतक की पत्नी ने परमजीत सिंह पर 16 दिसंबर को बिष्टुपुर थाना में दुष्कर्म का मामला दर्ज था।  वारंट निकलने के बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई थी। 

प्रीतपाल ने सुसाइट नोट में बयान किया है सारा दर्द
मैं प्रीतपाल सिंह यह कदम मजबूरी में परमजीत सिंह सैनी, जसबीर कौर, उसके परिवार और रजिंदर सिंह उर्फ बिट्टू उर्फ हरजीत सिंह, उसकी पत्नी के चलते उठा रहा हूं। 220/ 2020 केस को उठा लेने का दबाव हम पर हमेशा बनाया जा रहा था। नहीं मानने पर पैसे का प्रलोभन दिया जाने लगा। इन सभी के द्वारा बड़े-बड़े नेता के नाम पर भी दबाव बनाया जाने लगा। मुझे गुंडों का भी डर दिलाया गया। इनकी साजिश थी कि मेरा पूरा परिवार मर जाए। जसबीर कौर ने हम लोगों का जीना हराम कर रखा था। 

इन लोगों से परेशान हो गए थे मृतक प्रीतपाल सिंह
लिखा है कि जसबीर ने मेरे पिता पर भी दबाव बनाया। डिस्पेंसरी में पिताजी के कंधे से धक्का मारा और बयान को चेंज करने का दबाव बनाया। इसी प्रकार बहुत बार हमें तंग किया जाता रहा। 25 जून 2021 को साढ़े नौ बजे राजेंद्र सिंह उर्फ बिट्टू उर्फ हरजीत सिंह और उसकी पत्नी हरजीत कौर, मामी, संतोष कई लोग आए। हमारे मना करने पर भी राजेंद्र और उसकी पत्नी जबरदस्ती पीड़िता के घर घुस कर हंगामा किया। पीड़िता के आदमी को हेलमेट से धक्का दिया और पिताजी को भी चोट आई। रोड पर खड़े होकर गालियां दी। दिसंबर 2020 में परमजीत सिंह का कोर्ट से वारंट होने के बाद भी पुलिस उसको गिरफ्तार नहीं कर रही है। परमजीत सिंह सैनी पैसे और पैरवी के बल पर गिरफ्तार नहीं हुआ है।