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रहस्यमयी बीमारी से चार की मौत, 60 से अधिक लोग हुए संक्रमित

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द फाॅलोअप टीम, चाईबासा
पश्चिमी सिंहभूम जिले के नोवामुंडी प्रखंड अंतर्गत दिरीबुरु पंचायत के लिपुंगा गांव में रहस्यमयी बीमारी से चार लोगों की मौत हो गई है। करीब दो हजार की आबादी वाले गांव के सभी सातों टोलों को मिलाकर करीब 60 अधिक लोग संक्रमित हो गए है। इस बीमारी से स्वास्थ्य विभाग बेखबर है और ग्रामीण झाड़फूंक कराने में जुटे हैं।

चार की हो चुकी है मृत्यु
अज्ञात बीमारी से मरने वालों में हाकेचापी टोला के कृष्णा चाम्पिया (10 वर्ष), तालासाई टोला के सुकूरमुणी जेराई (12 वर्ष), हरीश चाम्पिया की 35 वर्षीय पत्नी तथा बालमुचू टोला के बुधनी बालमुचू का नाम शामिल है। बीमारी से पीड़ित लोगों का कहना है कि बदन दर्द के बाद बुखार आती है। उसके बाद दस्त होने लगता है। पिछले तीन महीने से यह गांव इस अज्ञात बीमारी से जूझ रहा है। 

जंगल में बसा है यह गांव 
गुवा से करीब दस किमी दूर स्थित सारंडा वन क्षेत्र के बीच स्थित इस गांव में बीमार लोगों को अब तक स्वास्थ्य सुविधा नहीं पहुंच पाई है। अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण यहां स्वास्थ्यकर्मी आने में कतराते हैं। किसी के बीमार होने पर कबूतर, मुर्गे, बत्तख, भेड़-बकरी आदि की बलि देकर देवी-देवताओं को खुश करना इस क्षेत्र में आज भी प्रचलित है। 

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सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के डाॅक्टर को कोई जानकारी नहीं 
बड़ाजामदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. नरेंद्र सुंडी ने कहा कि लिपुंगा गांव में अज्ञात बीमारी फैलने की हमारे पास कोई सूचना नहीं है। यदि सूचना मिलती तो स्वस्थ्यकर्मियों को भेजकर गांव में शिविर लगाकर अवश्य इलाज होता।