logo

रांची: 4 महीने से नहीं मिली थी सैलरी...अवसाद में आकर होमगार्ड जवान ने किया सुसाइड!

10648news.jpg
द फॉलोअप टीम, रांची: 

होमगार्ड जवान ने कथित तौर पर मानसिक तनाव में आकर आत्महत्या कर ली। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मृत होमगार्ड जवान के पार्थिव शरीर से जहरीला पदार्थ मिला है। घटना शुक्रवार की है। मिली जानकारी के मुताबिक एसएमएमएमसीएच में ड्यूटी कर रहे होमगार्ड जवान इंद्रजीत मंडल की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हो गई थी। उसके शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। उससकेशरीर में जहरीला पदार्थ मिला। बिसरा सुरक्षित रखा लिया गया है। 

मानसिक तनाव में कर ली आत्महत्या! 
आरंभिक जांच में आशंका व्यक्त की जा रही है कि मृतक होमगार्ड जवान इंद्रजीत मंडल ने आत्महत्या की। वो मानसिक रूप से परेशान भी था। जानकारी मिली है कि उसे बीते 4 माह से वेतन नहीं मिला था। इंद्रजीत के सहकर्मी पवन कुमार ने बताया कि इंद्रजीत की ड्यूटी कॉलेज में थी। रात को तकरीबन 11 बजे किसी ने देखा कि इंद्रजीत गश्ती के दौरान कुर्सी पर बैठ गया। कुछ देर बाद वो गिर गया। साथी जवानों ने उसको इमरजेंसी में भर्ती करवाया। सुबह 4 बजे चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर होमगार्ड समादेष्टा तारकेश्वर राम अस्पताल पहुंचे और परिवार के लोगों को ढांढ़स बंधाया। विभाग की तरफ से 3 हजार रुपये की राशि मिली। 

होमगार्ड जवानों को वक्त पर नहीं मिलता वेतन
मिली जानकारी के मुताबिक होमगार्ड जवानों को वेतन का भुगतान करने में अक्सर विलंब किया जाता है। इतनी मेहनत के बाद भी उनको उनकी मेहनत का मेहनताना वक्त पर नहीं मिलता। एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में कोरोना काल में ड्यूटी करने वाले 100 होमगार्ड जवानों को अभी तक वेतन नहीं मिला है। छत्तीसगढ़ में विधानसभा ड्यूटी के लिए भेजे गए जवानों को अभी तक वेतन नहीं मिला है। उनकी आर्थिक स्थिति हमेशा दयनीय होती है।

कार्यदिवस के हिसाब से होता है वेतन भुगतान
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि होमगार्ड जवानों को कार्यदिवस के हिसाब से मेहनताना मिलता है। तात्पर्य ये है कि साल में उनको जितने दिन की ड्यूटी मिलती है उसके मुताबिक ही पैसा मिलता है। आमतौर पर होमगार्ड जवानों को साल में औसतन तीन से चार महीने ही काम मिल पाता है, उसमें भी मानदेय का भुगतान समय पर नहीं किया जाता। कार्यदिवस बढ़ाने को लेकर होमगार्ड जवानों ने हाल ही में लंबा आंदोलन भी किया था।