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मुख्यमंत्री कोरोना राहत किट में एक्सपायरी दवा, कोरोना संक्रमितों की जिंदगी से खिलवाड़

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द फॉलोअप टीम, रांची: 

झारखंड में कोरोना मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। कोरोना मरीजों को मुख्यमंत्री कोरोना राहत किट दिया जा रहा है, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि किट में एक्सपायरी दवा डालकर दी जा रही है। गौरतलब है कि  जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने की हिदायत दी गई है। होम आइसोलेशन में रहने वालो मरीजों को अंचलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री कोरोना राहत किट दिया जा रहा है। कोरोना किट में दवा के साथ साथ सैनिटाइजर औऱ मास्क भी दिया जा रहा है। 

किट बांटने में बड़ी लापरवाही
इस बीच जानकारी मिली है कि राहत किट बांटने में बड़ी लापरवाही बरती जा रही है। किट में एंटी एलर्जी की दवा (लोवेल-एम) लेवोसेट्रीजन दी जा रही है। पता चला है कि दवा 11 नवंबर 2021 को ही एक्सपायर हो चुकी है। यही दवा सैंकड़ों सक्रमितों तक पहुंचाई गई है। गौरतलब है कि ये टैबलेट दिन में 1 बार संक्रमितों को खाना है। मरीजों को 10 दिन तक ये दवा खाने की सलाह दी गई है। 

रांची उपायुक्त को दी गई जानकारी
एक्सपायरी दवा मामले में बुंडू के एसडीएम अजय कुमार साव ने कहा कि उनके संज्ञान में एक्सपायरी दवा का मामला सामने आया है। रांची उपायुक्त को जानकारी दी गई है। एसडीएम बुंडू ने कहा कि डिसट्रिक प्रोग्राम मैनेजर समरश कुमार की लापरवाही है। मामले में रांची सिविल सर्जन डॉ. विनोद कुमार ने कहा कि पुराने किट में दवा चेंज करने में गलती हुई है। जिसकी गलती से किट में एक्सपायरी दवा डाली गई है, उस पर जांच करते हुए विभागीय कार्रवाई की जायेगी।