द फॉलोअप टीम, रांचीः
जेपीएससी ने सातवीं से 10वीं परीक्षा का पीटी का रिजल्ट का कट ऑफ मार्क्स जारी कर दिया गया। साथ ही आयोग ने अपनी तरफ से सारा पक्ष क्लीयर कर दिया है। अभ्यर्थियों द्वारा उठाए गए 20 सवालों का जवाब आयोग ने दे दिया है। आयोग ने कह दिया है कि ना तो पीटी रद्द होगी और न ही मुख्य परीक्षा स्थगित की जाएगी। आयोग से जवाब से अभ्यर्थी संतुष्ट नहीं हैं। छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो और मनोज यादव ने कहा कि आयोग ने किसी भी सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया है।
तीन जिलों से सामने आया गड़बड़ी का मामला
दरअसल तीन जिलों में अभ्यर्थी क्रमवार तरीके से एक ही कमरे से पास हो गये हैं, इसका ही लगातार विरोध किया जा रहा है और आयोग से सवाल किया जा रहा था कि आखिर यह कैसे संभव है, इसके जवाब में आयोग ने बस यह जवाब दिया कि साहिबगंज और लोहरदगा में ऐसे उदाहरण मिले हैं। इस साल पीटी में सबसे अधिक 3.70 लाख अभ्यर्थी थे, जो पहले की अपेक्षा कई गुना अधिक है। अभ्यर्थियों के हित को देखकर हुए ही प्रोविजनल क्वालिफाइड किया गया है। हालांकि जांच जारी रहेगी।
लाठीचार्ज पर गवर्नर बोले
विधायक लंबोदर महतो के नेतृत्व में अभ्यर्थी गुरुवार को राज्यपाल रमेश बैस से मिले। अभ्यर्थियों ने कहा कि साहिबगंज और लोहरदगा समेत अन्य जिलों के परीक्षा केंद्र पर सीरियल रोल नंबर वाले अभ्यर्थी पास हो गए। 230 अंक वाले भी सफल रहे, जबकि अधिक अंक लाने वाले फेल हैं। शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हुए जेपीएससी जा रहे थे तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस पर राज्यपाल ने कहा कि जब जेपीएससी ने 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को बुलाया था तो अधिक संख्या में लोग क्यों जा रहे थे। उधर, पीटी रद्द करने की मांग को लेकर मोरहाबादी में बापू वाटिका के पास 25वें दिन भी आंदोलन जारी रहा।