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दिल में पांच सुराख और फेफड़ा था संक्रमित, दिव्यांग कौशल ने ऐसे कोरोना को हराया

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द फॉलोअप टीम, धनबाद:
शास्त्री नगर बैंक मोड़ में रहने वाले कौशल अग्रवाल की उम्र 20 साल है। वो दिव्यांग है। चल फिर नहीं सकता। बचपन से ही दिल मे पांच सुराख है। ऐसे में कौशल का कोरोना संक्रमित हो जाना और उससे लड़कर जीत भी जाना एक अजूबा सा लगता है। पर ऐसा सच मे हुआ है। कौशल कोरोना संक्रमित हो गए थे। उनका फेफड़ा 20 फीसदी से अधिक संक्रमित हो गया था। ऑक्सीजन लेवल तेजी से नीचे गया था। बावजूद कौशल ने साहस और आत्मविश्वास से कोरोना को 8 दिनों में मात दे दी।

दिल मे सुराख से और अधिक था डर
कौशल का इलाज पाटलिपुत्र नर्सिंग होम किया गया। डॉक्टरों के लिए यह केस चुनौतीपूर्ण था क्योंकि कौशल के दिल मे पांच सुराख है। फेफड़े के संक्रमित होने की वजह से ऑक्सीजन लेवल काफी नीचे गिर गया था। वह कुछ खा भी नहीं रहा था। डॉ निर्मल ड्रोलिया ने बताया कि कौशल के फेफड़े 20 प्रतिशत संक्रमित हुए थे। उसे इंजेक्शन देना जरूरी थी, परंतु वह इंजेक्शन देख घबरा जाता था। बाद में वह इंजेक्शन लेने को तैयार हुआ। सही समय पर इलाज और कौशल के साहस ने कोरोना को हराया।