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नई नियमावली के विरोध में गांधी प्रतिमा के समक्ष कई जुटे अभ्यर्थी, कहा उम्र सीमा के साथ-साथ विज्ञापन में ही कई त्रुटियां

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द फॉलोअप टीम, रांची :
झारखंड लोक सेवा आयोग की ओर से सातवीं से लेकर दसवीं संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा के विज्ञापन को लेकर उम्र सीमा के तहत नहीं आने वाले अभ्यर्थी नाराज हैं। लगातार इसके खिलाफ आंदोलन किया जा रहा है। इसी कड़ी में रांची में मोरहाबादी मैदान में गांधी प्रतिमा के समक्ष कई अभ्यार्थी जुटे। वहीं विज्ञापन, नई नियमावली का विरोध किया। इन अभ्यर्थियों की मानें, तो उम्र सीमा के साथ-साथ विज्ञापन में ही कई त्रुटियां हैं। नई नियमावली के तहत जारी, इस विज्ञापन में भी विसंगतियां है। इन त्रुटियों को बिना दूर किए ही राज्य सरकार और जेपीएससी की ओर से विज्ञापन निकालकर परीक्षा के लिए आवेदन मांगा गया है, जो कहीं से भी तर्कसंगत नहीं है।

एक बार फिर विवादों में जेपीएससी
झारखंड लोक सेवा आयोग की ओर से सातवीं से लेकर दसवीं संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा का विज्ञापन जारी कर दिया गया। इस विज्ञापन में 11 सेवाओं के लिए कुल 252 रिक्तियों का जिक्र किया गया है और 20 सालों में जेपीएससी ने अब तक 6 सिविल सेवा परीक्षा आयोजित की है। शायद ही कोई ऐसी परीक्षा हो, जिसमें विवाद नहीं हुआ हो। सातवीं से लेकर दसवीं जेपीएससी को लेकर भी विरोध जारी है। जेपीएससी अभ्यर्थियों का यह भी कहना है। अब तक सही तरीके से जेपीएससी परीक्षा आयोजित नहीं हुई और सीटें लगातार बढ़ने के बजाय घट रही हैं। 5 साल के अंतर में सातवीं से लेकर दसवीं सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन हो रहा है और इतनी रिक्तियां कम होने की वजह से अभ्यर्थियों को इससे कोई फायदा नहीं मिलने वाला है। 

आरक्षण को लेकर भी है सवाल 
विरोध कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि इस नियमावली में आरक्षण के नियमों को दरकिनार किया गया है। राज्य की 52 फीसद जनसंख्या ओबीसी है, उनके लिए 27 फीसद के आरक्षण का प्रावधान है, जिसे अनदेखा करते हुए सिर्फ 14 फीसद आरक्षण ही दिया जा रहा है। अभ्यर्थी मांग कर रहे हैं कि मांगो की पूर्ति करते हुए जेपीएससी दुबारा वैकेंसी निकाले।