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गरीब परिवारों की गुहार लेकर गुमला DC से मिलीं मेयर आशा लकड़ा, कहा - जल्द दिलवाईए रोजगार 

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द फॉलोअप टीम, गुमलाः

मेयर डॉ. आशा लकड़ा ने घाघरा थाना क्षेत्र की जन समस्याओं के समाधान के लिए गुमला डीसी शिशिर कुमार सिन्हा से मुलाकात की। मौके पर पीड़ित परिवार के लोग भी  थे। आशा लकड़ा ने डीसी से कहा कि घाघरा थाना क्षेत्र के तीन पीड़ित परिवार के लोग रोजगार के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं, फिर भी उन्हें अब तक रोजगार नहीं मिला। 

कहा कि एक ओर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य के सभी जिलों में आपके अधिकार आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन कर जन समस्याओं के समाधान का दावा कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग कई वर्षों से अपनी मांगों को लेकर सरकारी कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। उपायुक्त ने भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री को आश्वस्त करते हुए कहा कि पीड़ित परिवार की मांग जल्द से जल्द पूरी की जाएगी।

इन परिवारों से मिली मेयर 
पहला परिवार
मेयर डॉ. आशा लकड़ा घाघरा थाना क्षेत्र के बनियाडीह गांव स्थित टोंगरी टोली निवासी मुकेश मुंजनी लोहरा के परिवार से मुलाकात की, जिनकी  20 वर्षीय पुत्री बालमूती और 26 वर्षीय सुधीर लोहरा जन्म से ही मानसिक रूप से विक्षिप्त हैं। रोजगार ना होने से बच्चों का इलाज नहीं करा पा रहे हैं। उन्होंने श्रमायुक्त से रोजगार उपलब्ध कराने की मांग की थी। 24 अक्टूबर 20201 को श्रमायुक्त ने उपायुक्त को पत्र लिखकर मुकेश मुंजनी लोहरा को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में उचित पहल करने का आग्रह किया था। परंतु उपायुक्त ने अब तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की।

दूसरा परिवार 
दूसरा परिवार घाघरा थाना क्षेत्र के चुंदरी गांव का है।  कार्तिक उरांव बेरोजगार व दिव्यांग हैं। बीए इकोनॉमिक्स, डीसीए व डीएलएड की डिग्री होने के बावजूद वे बेरोजगार हैं। 

तीसरा परिवार 
उग्रवादी हिंसा में घाघरा थाना क्षेत्र के मुरहू गांव निवासी सुमदेव उरांव की मृत्यु हो गई थी। उनके आश्रित को अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति व स्वीकृति प्रदान करने के लिए जिला स्थापना सह उप समाहर्ता ने पुलिस अधीक्षक को 16 दिसंबर को पत्र लिखा था। पत्र के माध्यम से उन्होंने पुलिस अधीक्षक से दिवंगत सुमदेव उरांव के विरुद्ध 17 सीएलए के तहत दर्ज थाना कांडों की सूची उपलब्ध कराने का आग्रह किया था। पत्र के जवाब में 14 अक्टूबर 2021 को पुलिस अधीक्षक ने अपर समाहर्ता को पत्र लिखकर जानकारी दिया कि दिवंगत सुमदेव उरांव के विरुद्ध गुमला जिला के विभिन्न थानों में 17 सीएलए एक्ट के अलावा पूर्व से कोई कांड दर्ज नहीं है।