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लोजपा नेता वीरेंद्र प्रधान से PLFI ने नहीं मांगे थे 2 करोड़, संगठन ने खुद किया खंडन

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द फोलोअप टीम, रांची 
लोजपा नेता वीरेंद्र प्रधान से पीएलएफआई द्वारा दो करोड रुपए मांगने की बात का खुद पीएलएफआई ने खंडन किया है। शनिवार को पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया की तरफ से इस खबर के का खंडन आया है। पार्टी की ओर से लेटर पैड में लिखा है, कि लोजपा पार्टी के नेता वीरेंद्र प्रधान से पीएलएफआई ने कोई रकम नहीं मांगी है। यह पत्र पार्टी के सुप्रीमो दिनेश गोप की तरफ से है। दिनेश गोप ने खुद इस बात का खंडन किया है।

पीएलएफआई में विशाल नाम का कोई नेता नहीं
दिनेश गोप ने यह स्पष्ट किया है, कि उनकी पार्टी में विशाल नाम का कोई भी नेता नहीं है। बता दें कि शुक्रवार को वीरेंद्र प्रधान के कार्यालय में जो पर्चा मिला था, वह विशाल कमांडर के नाम से था, जो पीएलएफआई का नेता होने का दावा कर रहा था। शुक्रवार और शनिवार को 2 दिन तक यह खबर चर्चा का विषय बना रहा, जिसके बाद आज पीएलएफआई ने खुद इसका खंड भेजा है।

शरारती तत्वों का हो सकता है काम
पीएलएफआई ने अपने लेटर पैड पर लिखा है, कि यह किसी शरारती तत्वों का काम हो सकता है। इसके लिए पीएलएफआई की टीम जांच कर रही है। लोजपा नेता वीरेंद्र प्रधान को भी इसकी जांच करनी चाहिए। दिनेश गोप ने कहा है, कि शंभू प्रसाद को भी शरारती लोगों ने ही इस तरह की धमकी दी थी।