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लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम पर दिल्ली एम्स में भर्ती रघुवंश सिंह, परिवार और नाते रिश्तेदारों का हुआ जुटान, पीएम मोदी ने निदेशक से की बात

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द फॉलोअप टीम, दिल्ली
दिल्ली एम्स में भर्ती पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुवंश की तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही है। अब खबर आ रही है कि डॉक्टरों ने उन्हें लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम पर रखा है। आज दोपहर 1 बजे के आसपास उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। उन्हें रविवार को ही दूसरे वार्ड से ICU में शिफ्ट किया गया था। पल-पल की उनकी गतिविधि पर डॉक्टर नजर बनाए हुए हैं। जानकारी के मुताबिक डॉक्टरों ने दो दिन पहले ही हाथ खड़े कर दिए हैं। इसके बाद से उनके परिवार, नाते रिश्तेदार और समर्थकों में मायूसी छायी हुई है। उनकी नाजुक हालत को देखते हुए दिल्ली में उनके परिवार और नाते रिश्तेदारों का जुटान शुरू हो चुका है। कई नेता भी उनका हाल चाल जानने पहुंच रहे हैं। 

पीएम मोदी ने एम्स निदेशक से की बात
बताया जा रहा है कि गुरूवार को राजद के राज्यसभा सांसद और विपक्ष के उपसभापति के उम्मीदवार मनोज झा और सांसद प्रेमचंद गुप्ता दिल्ली एम्स पहुंचे थे। ICU में जाने की मनाही थी लिहाजा दोनों नेताओं ने खिड़की से झांककर रघुवंश बाबू को देखा और डॉक्टर और परिवार को लोगों से उनकी सेहत के बारे में जानकारी ली। इसके अलावा खबर ये भी है कि पीएम मोदी भी उनके स्वास्थ्य को लेकर बेहद चिंतित हैं। उन्होंने फोन पर रिम्स निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया से बात की है और रघुवंश सिंह की तबीयत के बारे में पूछा। सीएम नीतीश और रांची के रिम्स में भर्ती लालू यादव भी लगातार रघुवंश बाबू के परिवारवालों के संपर्क में हैं। लालू की बेटी मीसा भारती ने भी फोन पर रघुवंश सिंह के परिजनों से बात की है और उनका ढांढस बढ़ाया है। 

दिल्ली पहुंच रहे हैं नाते रिश्तेदार
फिलहाल दिल्ली में रघुवंश सिंह के साथ उनके बड़े बेटे सत्यप्रकाश सिंह हैं, जो दिल्ली में ही टेलीकॉम कंपनी में इंजीनियर के पद पर हैं। दिल्ली में ही पत्रकारिता कर रही उनकी बड़ी बेटी भी इस वक्त उनके साथ हैं। छोटे बेटे का नाम शशिशेखर है, जो इंजीनियर हैं। वो हॉन्ग कॉन्ग में रहते हैं। खबर है कि पिता की नाजुक हालत की खबर जानकर कल से परसो तक वो भी दिल्ली पहुंचनेवाले हैं। नाते रिश्तेदार और शुभचिंतकों के भी दिल्ली पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। 

4 अगस्त को दिल्ली एम्स में हुए थे भर्ती
रघुवंश सिंह पिछले 4 अगस्त को दिल्ली एम्स में तब भर्ती हुए थे, जब उनकी लंग्स में प्रॉब्लम बढ़ गई थी। रघुवंश बाबू का एम्स डायरेक्टर और लंग्स के हेड ऑफ डिपार्टमेंट डॉ. रणदीप गुलेरिया की देखरेख में इलाज चल रहा है। पिछले दिनों खबर आई थी कि वो रिकवर हो रहे हैं लेकिन इसके बाद लगातार उनकी सेहत बिगड़ने की बातें सामने आ रही है। इससे पहले जून महीने में उन्हें कोरोना ने भी अपनी चपेट में ले लिया था। तब कई दिन वो पटना एम्स में इलाजरत रहे थे। बाद में उन्होंने कोरोना को तो मात दे दी लेकिन लंग्स की प्रॉब्लम बढ़ गई। डॉक्टरों की माने तो कोरोना के कारण ही उनके लंग्स को नुकसान पहुंचा है। 

आज ही राजद से दिया है इस्तीफा
इन सबके बीच पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने आज ही लालू यादव का 32 सालों का साथ छोड़ दिया है। उन्होंने सादे कागज पर लिखकर राजद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे का पत्र उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के नाम लिखा है। इस दौरान आखिर में उन्होंने लालू से माफ कर देने का भी आग्रह किया। पत्र में उन्होंने लिखा है कि 32 साल तक वो हर सुख दुख में पार्टी के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते रहे। इस दौरान उन्हें लालू, पार्टी और कार्यकर्ताओं से बहुत स्नेह भी मिला लेकिन अब आगे साथ चलना संभव नहीं है। इसलिए साथ छोड़ रहा हूं। इससे पहले रघुवंश प्रसाद सिंह ने जून महीने में राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। इत्तफाक से तब वो पटना के एम्स में कोरोना से संक्रमित होने के कारण भर्ती थे। अब जब उन्होंने पार्टी से त्यागपत्र दिया है, तब भी वो एम्स में ही एडमिट हैं। हालांकि पटना की जगह फिलहाल वो दिल्ली के एम्स में हैं।

लालू यादव ने रघुवंश को लिखी भावुक चिट्ठी
इधर रघुवंश के राजद से इस्तीफे के बाद लालू ने उनके नाम इमोशनल चिट्ठी लिखी है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि प्रिय रघुवंश बाबू,...आपके द्वारा कथित तौर पर लिखी एक चिट्ठी मीडिया में चलाई जा रही है। मुझे तो विश्वास ही नहीं होता। अभी मेरे, मेरे परिवार और मेरे साथ मिलकर सिंचित राजद परिवार आपको शीघ्र स्वस्थ होकर अपने बीच देखना चाहता है। चार दशकों में हमने हर राजनीतिक, सामाजिक और यहां तक कि पारिवारिक मामलों में मिल बैठकर ही विचार किया है। आप जल्द स्वस्थ हो, फिर बैठकर बात करेंगे। आप कहीं नहीं जा रहे है। समझ लीजिए।