द फॉलोअप टीम, चेन्नई:
तमिलनाडु में संकट टलता नहीं दिख रहा है। राज्य भारी बारिश और बाढ़ की वजह से आपदा का सामना कर रहा है। तमिलनाडु के अधिकांश शहरों में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है। लगातार जारी बारिश की वजह से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। जलभराव की वजह से अधिकांश शहरों की हालत खराब है। लोग फंसे हैं।
रिहायशी इलाकों से पानी की पंपिंग
गौरतलब है कि जलजमाव से राहत दिलाने के लिए प्रशासन की तरफ से रिहायशी इलाकों में पानी की पंपिंग की जा रही है। लोगों के घरों में पानी घुस गया है। अपार्टमेंट्स का निचला तल पूरी तरह से डूब चुका है। बिजली की कटौती की वजह से लोगों को परेशानी हो रही है। यही नहीं, बिजली आपूर्ति बाधित होने की वजह से लोगों के घरों तक पानी भी नहीं पहुंच पा रहा है। लोग भोजन और पानी के लिए परेशानी का सामना कर रहे हैं। राहत सामग्री की आपूर्ति करना भी टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी है।
रामेश्वरम में मौसम विभाग का हाई अलर्ट
तमिलनाडु के रामेश्वरम में भारी बारिश हो रही है। राज्य के तटीय जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि 29 नवंबर यानी कल दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक निम्न दवाब का क्षेत्र बनने की संभावना है। यदि ऐसा होता है तो तेज हवा के साथ भारी बारिश होगी। तटीय इलाकों में काफी तेज हवा चलेगी। समुद्र में भी ऊंची लहरें उठेंगी। ऐसे हालात में मछुआरों के तट पर जाने से मना किया गया है।
अब तक इतने लोगों की जान जा चुकी है
गौरतलब है कि तमिलनाडु में बारिश और बाढ़ की वजह से अब तक सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। लाखों लोग इससे प्रभावित हैं। लोगों को विस्थापन झेलना पड़ा है। उनको अपना घर और संपत्ति छोड़कर राहत शिविरों में शरण लेना पड़ा है। इस बीच मुख्यमंत्री एमके स्टालिन लगातार राज्य के अधिकारियों संग वार्ता कर हालात का जायजा ले रहे हैं। कई इलाकों में वे खुद सड़क पर उतरकर राहत सामग्री का वितरण करते नजर आये।