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सोमवार से खुल रहे हैं 10वीं और 12वीं से स्कूल, लेकिन पहले समझ लें ये जरूरी बातें

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सरकार ने बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए 10वीं और 12वीं के बच्चों के लिए स्कूल खोलने का आदेश जारी कर दिया है। लेकिन उनके लिए बेहद अहम गाइडलाइन भी दिए गए हैं। इन गाइडलाइन को जाने बिना यह आदेश अधूरा है। 
द फॉलोअप टीम, रांची 
आपदा प्रबंधन ने राज्य में 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोलने का आदेश जारी कर दिया है। इसका मतबल है कि 10वीं और 12वीं के विद्यार्थी सोमवार से स्कूल जा सकेंगे, पहले की तरह पढ़ाई कर सकेंगे। लेकिन स्कूल आने से पहले छात्र-छात्राओं को अपने माता-पिता द्वारा हस्ताक्षरित एक शपथपत्र लेकर आना होगा, जिसमें स्कूल आने पर उनकी सहमति हो। यानी यदि माता पिता नहीं चाहें, तो वे अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज सकते हैं। ऐसे बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लास की सुविधा जारी रहेगी। ध्यान रहे अभी सिर्फ 10वीं और 12वीं के बच्चों के लिए स्कूल खोले जा रहे हैं। यह आदेश सरकारी और प्राइवेट दोनों स्कूलों के लिए है।
 
स्कूल खुले, लेकिन ये गाईडलाइन जरूरी   
स्कूल जाने के बाद भी कई चीजें पहले की तरह नहीं होंगी। मसलन स्कूल में प्रार्थना सभा, यानी असेंबली नहीं होगी। सिर्फ दो ही कक्षाओं के स्कूल खुल रहे हैं, इसलिए कक्षाएं क्लासरूम में नहीं खुले में चलेंगी। बच्चे एक दूसरे से अपना लंच शेयर नहीं कर सकेंगे। छात्र-छात्राओँ को स्कूल ले जाने के लिए बसें नहीं चलेंगी, माता पिता को खुद छोड़कर जाना होगा। यदि उनके पास इसकी सुविधा नहीं है तो वे ऑनलाइन क्लास का विकल्प चुन सकते हैं। 

21 से खुलेंगे डेंटल, मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज 
राज्य के सभी मेडिकल, डेंटल, नर्सिंग कॉलेजों को भी 21 दिसंबर से खोल दिया जायेगा। श्री कृष्ण लोकसेवा संस्थान, पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज, फॉरेस्ट ट्रेनिंग स्कूल और झारखंड स्टेट प्रमोशन सोसाइटी भी 21 से शुरू होंगे। फिल्मों की शूटिंग भी 21 से शुरू हो जाएगी। सभी जगहों पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा। सभी धार्मिक स्थलों पर 200 लोगों को जाने की अनुमति मिलेगी। 

अभी बंद रहेंगे ये स्थान 
मेले, प्रदर्शनी और स्पोर्ट्स इवेंट अगले आदेश तक बंद रहेंगे। दसवीं और 12वीं कक्षा को छोड़ सभी स्कूल, शैक्षणिक व प्रशिक्षण केंद्र, कोचिंग संस्थान, सिनेमा हॉल, स्वीमिंग पूल और किसी भी तरह के पार्क व मनोरंजन से जुड़ी जगहें भी फिलहाल बंद रहेंगी। हालांकि सभी शिक्षकों को अब स्कूल आना है, जहां अधिक स्कूल स्टाफ हैं, वहां शिफ्ट के अनुसार उन्हें बुलाया जा सकता है।