द फॉलोअप टीम, रांची:
पैगम्बर हज़रत मोहम्मद (सल्ल) की आमद की ख़ुशी में मनाए जाने वाले जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी पर इस बार भी रांची में जुलूस-ए-मोहम्मदी नहीं निकाला जाएगा। कोरोनावायरस के फैलने की आशंका को देखते हुए सदर एसडीओ दीपक कुमार दुबे ने अनुमति नहीं दी है। जबकि सुन्नी बरेलवी सेंट्रल कमेटी के एक प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मिलकर जुलूस की अनुमति को लेकर मांग पत्र सौंपा था। प्रतिनिधिमंडल में कमेटी के अध्यक्ष मौलाना जसीमुद्दीन खान, कमेटी के महासचिव अकील उर रहमान, मुफ्ती फैजुल्ला मिस्बाही, जावेद गद्दी और कारी अयूब रिजवी शामिल थे।
ज़रूरतमन्दों में बांटेंगे लंगर और फल
जुलूस भले एहतियातन नहीं निकाला जाएगा, लेकिन बाक़ी सारे परम्परागत आयोजन पहले की तरह ही होंगे। कुरआन खानी के साथ हर इलाकों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए महफिले मिलाद होगी। आशिक़-ए-रसूल अपने-अपने घरों और मोहल्ले को हरे झंडे लगाना और रंगीन रौशनियों से सजाएंगे। मस्जिद, मदरसा और खानकाहें भी झिलमिल रहेंगी। बैनर और स्वागत द्वार भी बनाएंगे जाएंगे। लंगर का वितरण किया जाएगा। इसका निर्णय एदार-ए-शरीया झारखंड की बैठक में लिया गया। मधुबन मार्केट में हुई बैठक की अध्यक्षता सरपरस्त मोहम्मद सईद ने की जबकि संचालन नाजिमे आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने किया। एदारा ने इस संबंध में 9 सूत्री गाइडलाइन भी जारी की है।
एदारा की बैठक में उल्मा हुए शामिल
बैठक में मुफ्ती मोहम्मद फैजुउल्ला मिस्बाही, मौलाना डॉक्टर ताजुद्दीन रिजवी, मौलाना जसीम उद्दीन खान, कारी मोहम्मद अयूब रिजवी, मौलाना मुफ्ती एजाज हुसैन मिस्बाही, हाजी समीउल्ला खान असदकी, अकीलुर रहमान, मौलाना शब्बीर अहमद, कारी मोहम्मद निजाम, मौलाना शेर मोहम्मद मोहम्मद, वारिस खान, मौलाना निजामुद्दीन , एस एम मोईन ,मौलाना शमशाद मिस्बाही, मौलाना कलीमुद्दीन ,मौलाना गुलाम फारूक मिस्बाही, मौलाना मसूद फरीदी, हाफिज मुजीब उर रहमान, आदिल रशीद, अबूजर गफ्फारी, हाफिज अशरफ उल्लाह, हाफिज ताहिर, मौलाना नूर आलम, अशरफ खान, मोहम्मद तौहीद, मोहम्मद मौजूद, मौलाना शमीम अख्तर, मौलाना अब्दुल मुबीन, महताब आलम, मोहम्मद फारूक, मोहम्मद शोएब, सैय्यद तनवीर आलम, हाफिज शाबान व अन्य शामिल हुए।