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भारतीय सेना ने कश्मीर घाटी में क्यों बदला वाहन में लगे झंडे का रंग, ये है बड़ी वजह

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द फॉलोअप टीम, श्रीनगर: 

जम्मू कश्मीर के लोगों के साथ दोस्ताना व्यवहार स्थापित करने और स्थानीय निवासियों को अनुकूल माहौल देने के लिये भारतीय सेना ने नया प्रयोग किया है। भारतीय सेना ने अपने काफिले में शामिल वाहनों में इस्तेमाल होने वाले झंडों का रंग लाल से बदलकर नीला कर दिया है। 

जब श्रीनगर में दिखा अनोखा सैन्य काफिला
श्रीनगर में भारतीय सेना के जवानों का एक काफिला शहर से होकर गुजरा। लोग काफिले को ठहर कर देखने के मजबूर हो गये क्योंकि ये काफी आकर्षक लग रहा था। काफिले में शामिल वाहनों में लगा झंडा नीले रंग का था। पहले ये लाल रंग का होता था। कहा जा रहा है कि कश्मीर घाटी में अधिक लोगों के अनुकूल दिखने के लिये ऐसा किया गया है। ऐसा किया गया है ताकि लोग सहज महसूस कर सकें। 

भारतीय सेना ने बदला काफिले में झंडे का रंग
भारतीय सेना ने ना केवल काफिले में शामिल वाहनों में लगे झंडों का रंग बदला है बल्कि कई और भी उल्लेखनीय प्रयास किये हैं। सेना ने अपने वाहनों में कश्मीर घाटी के त्योहार और संस्कृति की तस्वीरें भी लगाई हैं। सैन्य वाहनों में कश्मीर घाटी के प्रमुख पर्यटन स्थल जैसे कि डल झील, शिकारा, बर्फीली पहाड़ियों और गुलमोहर के फूलों की तस्वीर लगाई गयी है। इसमें उर्दू में बधाई संदेश भी लिखा गया है। 

स्थानीय लोगों से दोस्ताना व्यवहार की कोशिश
बता दें कि भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर के केंद्र प्रशासित प्रदेश बनाये जाने के बाद वहां के स्थानीय लोगों से दोस्ताना व्यवहार स्थापित करने के लिये कई प्रयास किये हैं। सेना के जवान स्थानीय युवकों के साथ क्रिकेट खेलते हैं। स्थानीय बच्चों के साथ मिलते जुलते हैं। बर्फबारी के समय किसी व्यक्ति को हॉस्पिटल पहुंचाना हो तो जवान तत्परता से सहायता पहुंचाते हैं। जब कश्मीर घाटी में बाढ़ आई थी तो जवानों ने खुद को पुल की तरह इस्तेमाल करके लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया था।