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लोहरदगा समाहरणालय परिसर में चोरी और तोड़फोड़, पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल

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द फॉलोअप टीम, लोहरदगा: 

लोहरदगा जिले के सबसे सुरक्षित क्षेत्र में अपराधियों ने चोरी की कोशिश और तोड़फोड़ की वारदात को अंजाम देकर पुलिसिया व्यवस्था और कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर दिया है। घटना लोहरदगा समाहरणालय परिसर की है। अमर शहीद पांडे गणपत राय भवन स्थित जिला कोषागार मे चोरी की कोशिश हुई है। चोरों ने कोषागार की बिजली वायरिंग क्षतिग्रस्त कर दिया है। नाकाम रहने पर पास स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ब्रांच के चार सीसीटीवी कैमरों को तोड़ दिया है।

अति सुरक्षित माना जाता है इलाका
गौरतलब है कि जहां घटना घटी उस बिल्डिंग में शिक्षा विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग विशेष प्रमंडल के अलावा कई विभागों के दफ्तर हैं जबकि चंद कदम के फासले पर सामने वीर बुधु भगत भवन में जिला पुलिस मुख्यालय है। यहां पुलिस कप्तान सहित डीएसपी हेड क्वार्टर के दफ्तर हैं और यह अति सुरक्षित इलाका माना जाता है। समाहरणालय परिसर में उपायुक्त सहित अन्य शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों के दफ्तर हैं जहां गोपनीय और संवेदनशील दस्तावेजों के साथ साथ महत्वपूर्ण सामान भी रखे रहते हैं।  परिसर में सुरक्षा होने के बावजूद अपराध की वारदात को अंजाम देकर साफ बच निकले।

शहर में इन दिनों बढ़ी है चोरी की वारदात
शहर में पिछले कुछ समय से चोरी की वारदातें बढ़ी हैं। जुए और अवैध शराब का धंधा जमकर चल रहा है। पुलिस न तो वारदातों को रोक पा रही है और न ही सुरक्षा का माहौल बना पा रही है। पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने से कतराते हैं और मीडिया से परहेज करते हैं। 

पुलिस मुख्यालय का परिसर ही सुरक्षित नहीं
लोगों के मन में यह सवाल उठना शुरू हो गया है कि जब पुलिस सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने का अपने मूल काम में ही नाकाम है तो आखिर किस काम में संलग्न है। समाहरणालय परिसर में अपराध की वारदात कोई छोटी मोटी घटना नहीं है। जब जिला और पुलिस प्रशासन का मुख्यालय परिसर सुरक्षित नहीं है तो फिर आम जनता का तो ऊपर वाला ही मालिक है।