द फॉलोअप डेस्क
झारखंड के युवक पवन की मेहनत और हुनर ने पतंजलि योगग्राम में सबका दिल जीत लिया है। पवन न सिर्फ एक दक्ष पनीर निर्माता हैं, बल्कि उनकी फिट बॉडी और काम के प्रति लगन ने खुद बाबा रामदेव को भी प्रभावित कर दिया। दरअसल पवन पतंजलि योगग्राम मे नौकरी करते हैा
हाल ही में बाबा रामदेव पतंजलि योगग्राम पहुँचे और जहा उनकी मुलाकात झारखंड के पवन से हुई जो वह पनीर बनाने का काम करते हैा वहां बाबा रामदेव ने बताया कि किस तरह उनकी फैक्ट्री में प्राकृतिक तरीके से सोया पनीर बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि आज भारत ही नहीं, विदेशी कंपनियां भी इस क्षेत्र में उतर चुकी हैं, लेकिन पतंजलि की पद्धति पूरी तरह देसी और प्राकृतिक है।
उन्होंने बताया कि सोयाबीन को रातभर भिगोया जाता है, फिर उससे दूध बनाया जाता है और फिर वही दूध पनीर में बदलता है। इस दौरान, फैक्ट्री में काम करने वाले पवन से उनकी मुलाकात हुई — जो कि झारखंड से हैं और बॉडीबिल्डर जैसे दिखाई देते हैं।
पवन ने बाबा रामदेव को पनीर बनाने की पूरी प्रक्रिया दिखाई, और अपने हाथों से तैयार किया गया ताजा पनीर भी खिलाया। स्वाद से खुश होकर बाबा रामदेव ने न केवल पवन की तारीफ की, बल्कि कहा, “अगली बार आऊंगा तो दही खिलाना और मेरे सामने रसगुल्ला बनाकर जरूर खिलाना।”
बाबा रामदेव ने कहा कि, “पवन जैसे युवा ही असली भारत हैं — जो पुरुषार्थ और पराक्रम से देशसेवा कर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि अब युवाओं को सरकारों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे, क्योंकि कोई भी युवा खुद का पनीर, दही, रसगुल्ला बनाने का यूनिट शुरू कर सकता है और महीने के 5 से 10 लाख की पूंजी में रुपये कमा सकता है।
इस प्रेरणादायक मौके पर बाबा रामदेव ने पवन को ₹50,000 का नकद इनाम दिया और उनकी सैलरी बढ़ाने की भी घोषणा की।
पतंजलि योगग्राम के भ्रमण के दौरान बाबा रामदेव ने कहा, “जो भी लोग यहाँ आते हैं, उन्हें हम हर रेसिपी बनाना सिखाते हैं। आने वाला भविष्य इसी देसी उत्पादों का है, चाहे आज बहुतों को यह बात समझ में न आए।”
पवन की यह कहानी बताती है कि कड़ी मेहनत, अनुशासन और देसी सोच से कोई भी युवा आत्मनिर्भर बन सकता है। झारखंड का यह बेटा आज देशभर के युवाओं के लिए मिसाल बन जाता हैं।