मसलिया थाना क्षेत्र गोलबंधा पहाड़ी के पास एक नवजात बच्ची बरामद की गई है। पुलिस ने बच्ची की नाजुक हालत देखते हुए उसे अस्पताल में भर्ती करवाया है। डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची का वजन एक किलो तीन सौ ग्राम है।
झारखंड पुलिस ने तमिलनाडु में दुमका के 8 बंधक बने मजदूरों को छुड़ा लिया है। उनकी घर वापसी हो गई है। 8 लोगों में 5 महिला और 3 पुरुष हैं। 28 जून को जरमुंडी थाना क्षेत्र के जनातन किस्कू ने आहतू थाना (AHTU एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट) में लिखित आवेदन दिया था
दुमका जिले के हवाई अड्डा रोड में राजभवन के पास अचानक ही जमीन के अंदर से धुआं निकल रहा है। धुआं सुबह 6 बजे से लगातार निकलता ही जा रहा है। लोगों में अफरा तफरी मची हुई है कि आखिर यह धुआं निकल क्यों रहा है।
रानीश्वर प्रखंड के पथरा पंचायत से उप प्रमुख के पद पर विजयी हुए रंजीत दास की सड़क हादसे में मौत हो गई। रानीश्वर प्रखंड में उप प्रमुख के पद पर रंजीत विजयी हुए थे। जीत का जश्न मनाने मसानजोर डैम के पास अपने साथियों के साथ पहुंचे थे।
लोगों के साथ को बंदूक के नोक पर लूट पाट करने वाला अभियुक्त अंकित यादव पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। बता दें कि इससे पहले हंसडीहा थाना क्षेत्र से अभिषेक कुमार को ग्रिफ्तार किया गया था।
राजधानी रांची की घटना के बाद उपराजधानी दुमका में जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मॉड पर है। इसी को लेकर दुमका उपायुक्त रविशंकर शुक्ला और पुलिस अधीक्षक अम्बर लकड़ा के संयुक्त नेतृत्व में दुमका में फ्लैग मार्च निकाला गया
ज़िले के मसलिया प्रखंड में लोग आज़ादी के वर्षो बाद भी ढीबरी युग में जीने को बेबस हैं । सुग्गापहाड़ी पंचायत के अन्तर्गत पहाड़ के ऊपर स्थित पहाड़िया और संताल आदिवासी बाहुल्य आमगाछी पहाड़ गांव के लोग आज भी मुलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। इस गांव में पांच से अधिक टो
दुमका त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव और उसका परिणाम काफी दिलचस्प रहा। यूं तो हज़ारो प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत को आज़माया ।लेकिन जीत मेहनतकश लोगों को ही मिली। उन्हीं में से एक हैं जयंती। जयंती महिला जिला परिषद सदस्य का एक अलग ही उदाहरण हैं
दुमका-रामपुरहाट रेल मार्ग पर शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के बरमसिया के पास दो लड़के और एक लड़की का शव बरामद हुआ है। बताया जा रहा है कि तीनों की ट्रेन से कटकर मौत हो गयी है। तीनों नाबालिग बताये जा रहे हैं।
दुमका ज़िले के शिकारीपाड़ा प्रखंड क्षेत्र के सरसडंगाल पंचायत अंतर्गत लताकांदर ग्राम में आजादी के 7 दशकों के बाद भी अब तक पक्की सड़क नहीं बनी है। ग्रामीणों को आवाजाही में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है।
शिकारीपाड़ा प्रखंड क्षेत्र के सरसडंगाल पंचायत अंतर्गत लताकांदर गांव में आजादी के इतने वर्षों बाद भी लोगों को स्वच्छ पानी तक नसीब नहीं हो रहा है। लोगों के पास पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले दिन 9 मुखिया प्रत्याशियों ने नामांकन वापस ले लिया। बता दें कि दुमका सदर प्रखंड के अंचलाधिकारी ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि कुल 140 लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है, जिसमें 4 लोगों का नामांकन पत्र रद्द हो गया है।