डेस्कः
बिहार के मोतिहारी के गढ़हिया थानाक्षेत्र में एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि अफरीदा खातून का विवाह सुरेश पंडित से हुआ था, जो पकड़ीदयाल में एक टावर कंपनी में हेल्पर के रूप में कार्यरत था। यह दो तलाक के बाद का मामला था। सुरेश और अफरीदा के बीच काम के दौरान नजदीकियां बढ़ीं, जिसके बाद दोनों ने विवाह कर लिया और अफरीदा ने अपना नाम सुनीता देवी रख लिया। हालांकि, सुनीता की जिंदगी में एक नया मोड़ तब आया जब सुरेश के सहकर्मी, मनीष ने भी सुनीता में रुचि दिखानी शुरू की।
सुरेश को रास्ते से हटाने का खौफनाक प्लान बनाया
जानकारी के मुताबिक सुनीता (अफ़रीदा) और मनीष ने मिलकर सुरेश को रास्ते से हटाने का खौफनाक प्लान बनाया। 19 मार्च को, उन्होंने एक तीसरे व्यक्ति की मदद से सुरेश की गला रेतकर हत्या कर दी, जबकि सुनीता इस पूरी घटना का साक्षी बनी। उसकी आंखों के सामने ही सुरेश की हत्या कर दी गई। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की, तो उन्हें घटनास्थल पर केवल एक पैर का निशान मिला। तकनीकी अनुसंधान के माध्यम से, पुलिस ने इस निशान को संदिग्ध मानते हुए आगे की जांच शुरू की। मनीष के पैर के निशान से मेल खाने पर, पुलिस ने सुनीता और उसके प्रेमी मनीष को हिरासत में ले लिया।
हिंसा की समस्या पर भी प्रकाश डालता है
मोतिहारी के एसपी स्वर्ण प्रभात ने पुष्टि की कि यह घटना बेहद गंभीर है और पुलिस दोनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। इसके साथ ही, सुपारी किलर की तलाश जारी है, जिसने सुरेश की हत्या के लिए 30,000 रुपये की राशि ली थी। यह मामला न केवल व्यक्तिगत संबंधों की जटिलताओं को उजागर करता है, बल्कि यह समाज में व्याप्त अपराध और हिंसा की समस्या पर भी प्रकाश डालता है। ऐसे मामलों में पुलिस की त्वरित कार्रवाई और तकनीकी अनुसंधान की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है ताकि न्याय सुनिश्चित किया जा सके। मर्डर गुरुवार को किया था, लाश शुक्रवार को मिली है।पुलिस ने इस हत्याकांड का शनिवार को खुलासा किया है। इस मामले में पत्नी, उसके प्रेमी और सुपारी किलर को गिरफ्तार कर लिया गया है।