द फॉलोअप डेस्क
बिहार विधानसभा परिसर में देशभर के पीठासीन पदाधिकारी सोमवार को संवैधानिक मूल्यों पर मंथन करने के लिए एकत्रित होंगे। इस महत्वपूर्ण आयोजन में विशेष रूप से संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर ‘संवैधानिक मूल्यों को सशक्त बनाए रखने में संसद और राज्य विधानमंडलों का योगदान’ विषय पर चर्चा की जाएगी। यह आयोजन बिहार के लिए विशेष महत्व रखता है। क्योंकि बिहार 43 सालों के बाद इस सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है।
बताया जा रहा है कि इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला रविवार को ही पटना पहुंच गए हैं। उनके साथ विभिन्न राज्यों के विधानसभा अध्यक्ष और विधानपरिषद सभापति भी मौजूद हैं। बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव के मुताबिक, यह आयोजन बिहार विधानमंडल परिसर में होगा। मिली जानकारी के अनुसार, सम्मेलन के पहले सत्र की शुरुआत सेंट्रल हॉल से होगी। जबकि विमर्श सत्र सभा वेश्म में आयोजित किया जाएगा। इस मौके पर ओम बिरला संसदीय पद्धति और प्रक्रिया के 8वें संस्करण का विमोचन भी करेंगे। इसके बाद 21 जनवरी को वे बिहार विधानमंडल परिसर में ‘नेवा’ (राष्ट्रीय ई-विधान एप्लीकेशन) सेवा केंद्र का उद्घाटन करेंगे। सम्मेलन के अंत में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। इस दौरान लोकसभा द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया है।
इस कार्यक्रम में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, विधानपरिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव, विधानसभा के उपाध्यक्ष नरेंद्र नारायण यादव और विधानपरिषद के उपसभापति डॉ रामवचन राय जैसे प्रमुख नेता उपस्थित रहेंगे।