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समाजवादी-ललक: गांधी के बाद लोहिया के सांस्कृतिक मानस से सबसे अधिक प्रभावित प्रबुद्ध

आज डॉ. राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि है। सिर्फ 57 साल की उम्र में दिल्ली के तत्कालीन विलिंग्डन-क्रिसेंट अस्पताल में प्रोस्टेट के ऑपेरशन के बाद डॉक्टरों की लापरवाही से 12 अक्टूबर 1967 को उनकी मौत हो गयी थी।

शक्ति वामा-5: हर स्‍त्री मेंं विद्यमान रहते हैं दुर्गा के नौ रूप

देवी दुर्गा के रूप शक्ति, स्त्रीत्व और समृद्धि के प्रतीक हैं। इन स्वरूपों की पूजा करते हुए स्त्री रूपी इन देवियों के भव्य रूप हमारी चेतना में उपस्थित रहते हैं।

साबरमती का संत-35: महात्‍मा गांधी की विनम्रता सायास हथियार नहीं नैसर्गिक गुण रही

सुभाष बाबू ने अपनी एक सैन्य टुकड़ी का नाम गांधी के नाम पर भी रखा। हालांकि सुभाष बोस के त्रिपुरी कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद शायद गांधी के इशारे पर कार्यसमिति ने सहयोग नहीं किया।

जेपी स्मृति-3: संघर्ष वाहिनी की बैठक होनी थी, दुखद समाचार मिला जयप्रकाश नहीं रहे! 

'संघर्ष वाहिनी के सक्रिय सदस्‍य रहे वरिष्‍ठ पत्रकार श्रीनिवास का संस्‍मरण

चिंतन-पुरस्कार: पत्रकारिता के महानायक बनने के महासमर से गुज़र रहा भारत

10 साल के बाद पत्रकार बिरादरी को नोबेल शांति पुरस्कार मिला है।

शक्ति वामा-4: सुलभा, मैत्रेयी और गार्गी को भी जानना ज़रूरी

या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:||

जेपी स्मृति-2: बापू ने कहा था, जयप्रकाश और लोहिया भारत की आत्मा 

'गूंजे धरती और आकाश-जयप्रकाश! जयप्रकाश!!

जेपी स्मृति: जवाहर और जयप्रकाश के रिश्‍ते के बीच सियासत

संंपूर्ण क्रांति के जनक कहे गए जयप्रकाश नारायण की आज जयंती है

साबरमती का संत-34: महात्‍मा गांधी, कांग्रेस और लोकसेवक संघ

गांधी और कांग्रेस के रिश्ते को समझना आसान नहीं है। गांधी का लिखा कहा एक तरह से, बल्कि सभी तरह से, एक पिता का संतान पीढ़ी के लिए लिखा संदेश या वसीयत है।

शक्ति वामा-3: स्त्री के आदिम और गृहस्थ रूपों के बीच की दुर्गा करूणामयी है, तो कभी संहारक भी

स्त्री-शक्ति की उपासना के नौ-दिवसीय आयोजन नवररात्रि की शुभकामनाएं,

साबरमती का संत-33: जब वाल्मिकी बस्ती में बापू बने मास्टरजी

''महात्मा गांधी के नोआखाली और कोलकाता में सांप्रदायिक दंगों को खत्म करवाने के बारे में बार-बार लिखा जाता है। पर उन्होंने यही काम दिल्ली में भी किया था। अजीब सी बात है कि इसकी अधिक चर्चा नहीं होती। इसके साथ ही वे दिल्ली में शिक्षक भी बने। उन्होंने दिल्ली क

शक्ति वामा-2: देवी को ईश्वर के रूप में पूजने वाला दुनिया का  संभवतः एकमात्र शाक्त धर्म

'प्राचीन काल से ही हिन्दू धर्म तीन मुख्य संप्रदायों में बंटा रहा है  - विष्णु का उपासक वैष्णव, शिव का उपासक शैव और शक्ति का उपासक शाक्त संप्रदाय। दुनिया के सभी दूसरे धर्मों की तरह वैष्णव और शैव  संप्रदाय जहां सृष्टि की सर्वोच्च शक्ति पुरुष को मानते हैं, श

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