जामताड़ा
साइबर अपराधियों के खिलाफ चल रही मुहिम में जामताड़ा साइबर थाना को बड़ी सफलता मिली है। बुधवार को साइबर थाना की टीम ने नारायणपुर थाना क्षेत्र के तेंदुआ स्थित बस भट्टी के पास छापेमारी कर पांच साइबर अपराधियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। ये अपराधी साइबर ठगी की घटना को अंजाम दे रहे थे। गिरफ्तार अपराधियों के पास से भारी मात्रा में मोबाइल फोन, फर्जी सिम कार्ड और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है। इस मामले का खुलासा डीएसपी चंद्रशेखर ने साइबर थाना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया। डीएसपी ने बताया कि एसपी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर साइबर थाना इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार वर्मा के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम ने तेंदुआ स्थित बस भट्टी के पास छापेमारी कर पांच साइबर अपराधियों—समीम असारी, मो. समसुल, बिद्युत कुमार मंडल, अब्दुल कलाम और तबारक असारी को गिरफ्तार किया। उनके पास से फर्जी मोबाइल, सिम कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर कार्ड बरामद किए गए। गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ जामताड़ा साइबर थाना में कांड संख्या 22/25 के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
बरामद सामान
• 16 मोबाइल फोन
• 20 सिम कार्ड
• 01 आधार कार्ड
• 01 वोटर कार्ड
• 01 पैन कार्ड
पुलिस अब बरामद सामान की जांच में जुटी है ताकि इनके साइबर अपराध के नेटवर्क का पता लगाया जा सके। डीएसपी ने बताया कि ये अपराधी मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, बिहार, झारखंड और केरल में साइबर ठगी को अंजाम देते थे।
अपराध का तरीका
गिरफ्तार अपराधी एसबीआई, पीएनबी और पीएम किसान योजना के खाताधारकों को निशाना बनाते थे। वे पीड़ितों के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरों पर कस्टमर केयर के नाम से एक फर्जी एपीके फाइल भेजते थे और केवाईसी अपडेट करने के बहाने ठगी करते थे। पुलिस इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी हुई है।