द फॉलोअप डेस्क
झरिया में आज से 20 साल पहले एक दर्दनाक घटना सामने आई थी। इसमें आरोपियों ने एक मामूली विवाद में पूरा का पूरा परिवार ही खत्म कर दिया था। आरोपियों ने दूध पीते 4 बच्चों समेत परिवार के 7 लोगों की हत्या कर दी। खस्सी चोरी विवाद में आरोपियों ने 20 साल पहले सभी की हत्या कर दी थी। अब इस मामले में अपर न्याययुक्त योगेश कुमार की अदालत ने गुरुवार को 4 अभियुक्तों को दोषी करार दिया। कोर्ट इन्हें 22 फरवरी को सजा सुनाएगी। अदालत ने हरि महतो, टुसू नायक और झरिया महतो उर्फ झरिया मुंडा को दोषी बताया है।
जानकारी हो कि मामला 27 फरवरी 2005 की रात 10 बजे का है। इस वक्त परिवार के सभी लोग सो रहे थे। इस दौरान पहले से हुए विवाद में गुस्साए लोगों की भीड़ ने परिवार पर हमला कर दिया और एक-एक कर 7 लोगों को मौत की नींद सुला दिया। इस मामले में प्रकाश महतो ने तुपुदाना थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। अभियुक्तों ने प्रकाश महतो के पिता मोहन महतो, सौतेली मां मंगरी देवी, नानी सोमारी देवी के साथ एक से डेढ़ साल के 4 बच्चों आलोक महतो, अनिल महतो, सुनील महतो और उपेंद्र महतो की हत्या टांगी, बुलआ और डबली से कर दी थी। घटना के समय चारों बच्चे दूध पी रहे थे। मामले में फरार झरिया को पुलिस ने एक जून 2020 को गिरफ्तार कर लिया था। अन्य आरोपी भी लंबे समय से जेल में हैं। खस्सी विवाद में 16-17 लोगों ने रात में घर पर हमला बोला था।
दरवाजा नहीं खोलने पर कुछ लोग झोपड़ी पर चढ़ गए और खपड़े को तोड़ दिया। कुछ आरोपियों ने दरवाजे पर धारदार हथियार से वार कर उसे तोड़ दिया था। सबसे पहले आरोपियों ने जल रहे दीए को बुझा दिया और एक-एक कर 7 लोगों की हत्या कर दी थी।