logo

भूमि कब्जा मामले में दर्ज केस को लेकर बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ने सफाई में कही ये बड़ी बात  

AMBA11.jpg

रांची 

जमीन पर अवैध कब्जा मामले में पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद पर मुकदमा दर्ज हुआ है।  योगेंद्र साव और  अंबा प्रसाद पर आरोप है कि उन्होंने हजारीबाग जिले की 50 डिसमिल जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया है। इस आरोप का अंबा प्रसाद ने जवाब दिया है। कहा है कि जिस जमीन को लेकर केस दर्ज हुआ है वो खासमहल जमीन है। इस पर मेरे परिवार का कभी कोई कब्जा नहीं था। जमीन के लीजधारी के वंशजों ने लीज नवीकरण के लिए मेरे पिता योगेंद्र साव से निवेदन किया था। जन नेता होने के नाते उन्होंने नवीकरण के लिए पैरवी की थी।

विपक्ष के एक नेता उठाना चाहते हैं लाभ 

अंबा ने कहा कि जमीन के बारे में मुझे समाचार पत्र के माध्यम से ही पहली जानकारी मिली। कहा कि जमीन का नवीकरण रोक कर विपक्ष के एक माननीय फायदा उठाना चाहते हैं। इसमें मेरा नाम लिया जाना गलत है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने मामले में क़ानूनी कार्रवाई की तो ये झूठ फैलाया गया और मेरे व मेरे पिता पर मामला दर्ज किया गया है। लोकसभा चुनाव आने वाला है। विपक्ष सक्रिय रूप से प्रपंच फैलाने में लग गया है। विपक्ष को हजारीबाग लोकसभा हारने का भय सताने लगा है इसलिए, साजिश और मिलीभगत करके मेरा और मेरे परिवार का नाम ख़राब किया जा रहा है। इनकी सभी साजिशों का पर्दाफाश होगा।

मामले की जड़ में है ये मूल समस्या

अंबा प्रसाद ने कहा कि खासमहल जमीन को लेकर मैंने भी जानकारी हासिल की है। पता चला कि उत्तरी छोटानागपुर एवं पलामू प्रमंडल के लाखों परिवार खासमहल भूमि में बसे हुए हैं। नवीकरण नहीं हो पाना उनके लिए बड़ी मुसीबत लेकर आता है। आखिर जिस परिवार की 2-3 पीढियां उस जमीन पर गुजर-बसर कर चुकी हैं, उसे बेदखल करना कहां का न्याय है। कहा कि गढ़वा, डाल्टनगंज, हजारीबाग, कोडरमा, रामगढ़ और चतरा आदि जिले के लोगों में इस बात को लेकर संशय है। इस स्थिति से वे परेशान हैं। इस समस्या का स्थायी निदान निकलना चाहिए नहीं तो विपक्ष के गिद्ध पता नहीं कितनों को तबाह कर देंगे।