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कांग्रेस ने वक्फ  कानून में संशोधन से जमीन लुटेरों को अधिकार दियाः बाबूलाल मरांडी

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द फॉलोअप डेस्कः
प्रदेश भाजपा कार्यालय में आज वक्फ (संशोधन )संशोधन अधिनियम 2025 को लेकर प्रदेश स्तरीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। जिसमें  भाजपा द्वारा चलाए जाने वाले जागरण अभियान की प्रदेश टोली, प्रदेश पदाधिकारी,अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारी सहित विभिन्न मोर्चों के प्रदेश अध्यक्ष , और पार्टी के जिलाध्यक्ष गण शामिल हुए। बैठक का संचालन जागरण अभियान के प्रदेश संयोजक कमाल खान ने, धन्यवाद ज्ञापन सह संयोजक अमर कुमार बाउरी ने किया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री एवम अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय प्रभारी दुष्यंत गौतम ने वक्फ संशोधन अधिनियम की बारीकियों,संशोधन से होने वाले लाभ पर विस्तार से प्रकाश डाला। गौतम ने कहा कि वक्फ इस्लामी कानून के अंतर्गत स्थापित एक अपरिवर्तनीय धर्मार्थ निधि है जिसे भारत में वक्फ अधिनियम 1995 के तहत मान्यता प्राप्त है। इसमें इस्लामी कानून के तहत पवित्र,धर्मार्थ कारणों से किए गए सभी दान शामिल हैं। कहा कि 2018 की केंद्रीय वक्फ बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 8लाख एकड़ से अधिक वक्फ संपत्ति है जिसकी कीमत 10लाख करोड़ से अधिक है। बावजूद इसके आज 31% मुसलमान गरीबी रेखा से नीचे जीवन जीने को मजबूर हैं। वक्फ संपत्ति से गरीब मुसलमानों केलिए की कुछ नहीं किया गया। धार्मिक नेताओं और राजनेताओं के बड़े गुट ने वक्फ संपत्तियों को लूटकर आम मुसलमानों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित कर दिया। इस प्रकार जन कल्याण के लिए बना वक्फ भारत का सबसे बड़ा घोटाला बन चुका है। कहा कि लगभग 70% वक्फ संपत्तियों पर अवैध कब्जा हो चुका है जबकि बाकी संपत्तियां मॉल,होटल और उद्योगों केलिए नाम मात्र किराए पर लीज दे दी गई है। यूपीए सरकार ने वक्फ संशोधन कानून 2013 में वक्फ बोर्ड की शक्तियों का विस्तार करके और मनमाने ढंग से भूमि अधिग्रहण को सक्षम करके संपत्ति के अधिकारों को कमजोर कर दिया। वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 ने असीमित अधिकार को हटाया है। सरकारी संपत्ति को वक्फ संपत्ति घोषित होने से रोकने की पहल की है। बोर्ड में महिलाओं के अधिकार को बढ़ाया है। इसे पारदर्शी बनाकर जवाबदेही सुनिश्चित की है। कहा कि यदि वक्फ की संपत्ति का सदुपयोग होता तो आज भारत के मुस्लिम भाई बहन सऊदी अरब के मुसलमानों से भी ज्यादा अमीर होते। यह संशोधन कही से भी धार्मिक मान्यताओं पर अतिक्रमण नहीं है। यह संपत्ति से जुड़े मामलों को पारदर्शी बनाने की पहल है। यह विकसित भारत के स्वप्न को साकार करने का प्रयास है। 

नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि वक्फ की जमीन को लुटेरों से बचाने केलिए वक्फ संशोधन अधिनियम लाया गया है। कांग्रेस पार्टी का स्वभाव है दुष्प्रचार करना। पहले सीएए  के बारे में,तीन तलाक के बारे में दुष्प्रचार किया। संविधान के बारे में दुष्प्रचार किया।  कांग्रेस पार्टी की कथनी और करनी में आसमान जमीन का अंतर है। संविधान की कॉपी हाथ में लेकर ये अपने पाप को छुपाना चाहते है।लेकिन जनता जानती है कि इन्होंने संविधान और संविधान निर्माता बाबा साहब का कितना अपमान किया है। कांग्रेस पार्टी द्वारा 2013 में किया गया वक्फ बोर्ड संशोधन  नैसर्गिक न्याय के खिलाफ था। जमीन लुटेरों को असीमित अधिकार दिए गए थे।मोदी सरकार ने वक्फ की जमीन दान दाताओं के उद्देश्यों की पूर्ति केलिए और लुटेरों से जमीन को बचाने केलिए वक्फ संशोधन कानून बनाया है। यह गरीब मुसलमानों के हित में लाया गया संशोधन है। प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने कहा कि पार्टी जनता के बीच संपर्क संवाद के माध्यम से वक्फ संशोधन कानून को लेकर जनता के बीच जाएगी।

कार्यशाला में निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश,जागरण अभियान के प्रभारी प्रदेश महामंत्री एवम सांसद डॉ प्रदीप वर्मा, सांसद आदित्य साहू, मनोज कुमार सिंह ,राकेश प्रसाद ,नीलकंठ सिंह मुंडा,विकास प्रीतम,आरती कुजूर, गणेश मिश्र,दुर्गा मरांडी,सुनीता सिंह सरोज सिंह ,मनोज महतो,आरती सिंह,पवन साहू,अमरदीप यादव, किशुन दास,शशांक राज, अनवर हयात,शिवपूजन पाठक ,प्रतुल शाह देव ,रमाकांत महतो, अविनेश कुमार सिंह, विजय चौरसिया, राफिया नाज,अशोक बड़ाइक,सोना खान, सुधीर श्रीवास्तव ,तारिक इमरान आदि उपस्थित थे।