द फॉलोअप डेस्क
गिरिडीह जिले के घोड़थम्बा में शुक्रवार शाम 2 पक्षों के बीच विवाद के बाद पथराव और आगजनी की घटना हुई है। इस दौरान कई दुकानों और वाहनों में आग लगा दी गयी। हालात बिगड़े देख पुलिस ने मोर्चा संभाला और कड़ी मशक्कत के बाद स्थिति को नियंत्रण में लिया। घटना के तुरंत बाद गिरिडीह एसपी डॉ विमल कुमार, खोरीमहुआ एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। स्थिति बिगड़ी देख जिला बल के अलावा सीआरपीएफ के जवानों को भी तैनात किया गया। पूरे घोड़थम्बा इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, होली का जुलूस पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ घोड़थम्बा पहुंचा, जिस पर दूसरे पक्ष ने आपत्ति जताई। इसी बीच विवाद बढ़ा और पथराव शुरू हो गया। देखते ही देखते भीड़ ने दुकानों में तोड़फोड़ की और कई जगह आगजनी की। बाइक और अन्य वाहन भी जला दिए गए। स्थिति बिगड़ती देख एसपी डॉ. विमल कुमार मौके पर पहुंचे और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। जब लोग नहीं माने तो पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए उपद्रवियों को खदेड़ा, जिसके बाद हालात नियंत्रण में आए। घटनास्थल पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें कई उपद्रवी चिन्हित किए गए हैं। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
वहीं घटना के बाद गिरिडीह डीडीसी स्मिता कुमारी, एएसपी सुरजीत कुमार, खोरीमहुआ एसडीएम अनिमेष रंजन समेत जिले के कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रशासन अब यह जांच कर रहा है कि क्या जुलूस की सुरक्षा के लिए पहले से पर्याप्त इंतजाम थे या नहीं। एसपी डॉ विमल कुमार ने कहा कि माहौल खराब करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है। वहीं, पूरे जिले में पुलिस को अलर्ट मोड पर रखा गया है ताकि दोबारा किसी तरह की हिंसा न हो।