logo

किसानों की मदद के लिए 24 घंटे कॉल सेंटर के साथ शुरू होगा हेल्पलाइन नंबर - सचिव 

kisan7.jpg

रांची

कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग (Agriculture Animal Husbandry and Cooperative Department) के सचिव अबू बकर सिद्दीकी ने कहा कि किसानों की मदद के लिए 24 घंटे कॉल सेंटर के साथ हेल्पलाइन नंबर की शुरुआत होगी। सचिव ने सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय में पत्रकारों से कहा कि झारखंड पूरे देश में पहला ऐसा प्रदेश है, जिसने बीज वितरण में ब्लॉक चेन प्रणाली लागू की है। हमारे इस प्रयास की पूरे विश्व में चर्चा हुई है। सुखाड़ के बावजूद इस वर्ष 1.30 लाख क्विंटल बीज का वितरण वेब पोर्टल के माध्यम से किया गया है। वहीं कृषि ऋण माफी योजना के तहत स्टैंडर्ड केसीसी में अब तक 8 लाख ऋणी किसान को शामिल किया गया है। अब तक 4 लाख 62 हजार से ज्यादा किसानों को डीबीटी के माध्यम से 1858.3 करोड़ रुपये का वितरण किया गया है। 


सुखाड़ प्रभावित किसानों को मदद 
सचिव ने बताया कि दूध उत्पादन के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करते हुए राज्य में संग्रहण 1.5 लाख लीटर प्रतिदिन से बढ़ाकर 2.5 लाख लीटर प्रतिदिन हो गया है। किसानों को 3 रुपये प्रति लीटर प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जा रही है। करीब 38 हजार किसान इस योजना से लाभान्वित हुए हैं। विभागीय सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना में अब तक कुल 45 लाख 45 हजार से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं। इसमें अब तक 13 लाख 94 हजार से ज्यादा सत्यापित लाभुकों को 478 करोड़ रुपये वितरित किए गए हैं। राज्य में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 438 नोडल लैंप्स- पैक्स को 8 - 8 लाख रुपये की कार्यशील पूंजी प्रदान की गई है।

खेत से ही उपज बेचने की कवायद 
मुख्यमंत्री पशुधन योजना में अब तक 01 लाख से ज्यादा लाभुकों को अनुदान की राशि दी गई है। राज्य में 5454 तालाब का जीर्णोंद्धार और 8081 परकोलेशन टैंक के साथ 3513 डीप बोरिंग की गई हैं। कृषि उपज व्यापार के लिये ई-नेम पोर्टल पर पंजीकृत किये जा चुके हैं और उनकी उपज को खेत से ही बेचने की सुविधा विकसित की गई है। 236 वेटनरी एम्बुलेंस के लिए जीवीके ग्रीन सर्विसेज के साथ एमओयू बहुत जल्द किया जायेगा। राज्य में 40 पाठशाला संचालित की जा रही है और नई पाठशाला के संचालन के लिए संस्थाओं का चयन प्रक्रिया में है। पलामू में गो मुक्तिधाम का शिलान्यास किया गया है। जल्द ही अन्य जिलों में काम शुरू किया जाएगा।