रांचीः
JPSC की कार्यशैली से हार्ईकोर्ट ने नाराजगी जताई है। मौखिक टिप्पणी करते हुए कहा है कि ”ऐसा लगता है कि जेपीएससी हजारों छात्रों का भविष्य अंधेरे में डाल रही है। कोर्ट ने यह भी कहा कि जब यह मामला अभी कोर्ट में चल ही रहा है तो आयोग ने साक्षात्कार क्यों शुरू किया। यह बातें आज हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान कही गई। मामला असिस्टेंट इंजीनियर नियुक्ति में पीटी में आरक्षण दिए जाने के खिलाफ दायर याचिका का था।
JPSC ने स्वीकार की भूल
सुनवाई के दौरान जेपीएससी ने अपनी गलती स्वीकार की है। साथ ही शपथ पत्र के माध्यम से कोर्ट को आरक्षण के मामले में जानकारी दी। अब मामले में अगली सुनवाई 8 जून को होनी है। अदालत ने JPSC को साफ तौर पर कह दिया है कि नियुक्ति संबंधी पूरी रिर्पोट दें नहीं तो चेयरमैन को तलब किया जाएगा। आज की सुनवाई हाइकोर्ट के न्यायाधीश राजेश शंकर की अदालत में हुई।